किशनगंज. चैती नवरात्र मंगलवार से विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के साथ शुरू हो गया. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गयी. पर्वत राज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा. यह सती के नाम से भी जानी जाती हैं. इनका वाहन वृषभ है. देवी ने दाएं हाथ में त्रिशूल धारण कर रखा है और बाएं हाथ में कमल. शहर के मनोरंजन क्लब परिसर, बड़ी कोठी दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित कर मां की आराधना की जा रही है. नवरात्र को लेकर शहर के भगवती मंदिरों में सुबह से ही पूजा-अर्चना करने वालों की भीड़ उमड़ती रही. नवरात्र के प्रथम दिन वैदिक मंत्रोचारण और विधि विधान के कार्य साथ पूजा शुरू हो गयी. अब से लगातार 8 दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा और साधना बड़े ही भक्ति भाव से की जाएगी. नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग- अलग स्वरूपों की पूजा होगी. चैत्र नवरात्रि के शुरू होने के साथ ही हिंदू नववर्ष भी प्रारंभ हो गया है. नवरात्र में भक्त कलश स्थापन कर भी पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. शहर के मनोरंजन क्लब में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापना के साथ-साथ भव्य पंडाल का भी निर्माण किया गया है. वहीं उतरपाली दुर्गा मंदिर में नवरात्र को लेकर विशेष पूजा-अर्चना और संध्या आरती का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए.
बन रहा भव्य पूजा पंडाल
हर साल की भांति इस साल भी चैती नवरात्र के अवसर पर शहर के सुभाषपल्ली चौक पर माता का दरबार सज रहा है. पूजा पंडाल को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आयोजक सागर चंद्रा ने बताया कि पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

