दिघलबैंक
भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा में तैनात एसएसबी 12वीं वाहिनी की एफ कंपनी द्वारा एक महत्वपूर्ण ग्रामीण समन्वय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता कम्पनी प्रभारी सहायक कमांडेंट प्रियरंजन चकमा ने की. बैठक में दिघलबैंक प्रखंड की पांच पंचायतों के दिघलबैंक, तुलसिया, टप्पू, धनतोला एवं सिंघिमारी के मुखिया एवं वार्ड सदस्यों के साथ-साथ बड़ी संख्या लोग उपस्थित थे. बैठक का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच आपसी सहयोग, संवाद और विश्वास को और सुदृढ़ करना रहा. सहायक कमांडेंट श्री चकमा ने ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी तथा युवाओं को सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए प्रेरित किया.बैठक में इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
सीमा सुरक्षा में नागरिक सहयोग एवं सतर्कता, नशा मुक्ति एवं मानव तस्करी पर अंकुश, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की जानकारी, साइबर ठगी से बचाव के उपाय, नेपाल आवागमन में जरूरी दस्तावेजों की जानकारी महिला सशक्तिकरण, स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण, एसएसबी भर्ती एवं रोजगार के अवसर, रात्रि गश्त के दौरान अनावश्यक आवागमन से बचने की सलाह, ग्रामीणों ने सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए सीमा सुरक्षा में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने हेतु विश्वसनीय ग्रामीण संपर्क व्यक्तियों की सूची भी तैयार की गई. अंत में सभी प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र में शांति, सौहार्द और विकास के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प दोहराया. सहायक कमांडेंट प्रिय रंजन चकमा ने कहा कि सीमा की सुरक्षा तभी मजबूत होगी जब सीमा पर रहने वाले हर नागरिक खुद को सुरक्षा तंत्र का हिस्सा माने. आज की बैठक इसी दिशा में एक मजबूत कदम है. बैठक के सफल आयोजन से सीमावर्ती क्षेत्र में एसएसबी और ग्रामीण समुदाय के बीच पारस्परिक विश्वास में और इजाफा हुआ है.इस मौके पर दिघलबैंक मुखिया प्रतिनिधि, तुलसिया पंचायत मुखिया ज़ैद अजीज, टप्पू पंचायत मुखिया प्रतिनिधि मेराज़ आलम, धनतोला पंचायत मुखिया लखी राम, सिंघिमारी पंचायत मुखिया जियाउल हक उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

