एसएसबी चौकसी में तत्पर, नागरिकों को सुरक्षित भारत प्रवेश सुनिश्चित दिघलबैंक.नेपाल में बिक्री हालात बिगड़ने एवं आंतरिक अस्थिरता के चलते भारत-नेपाल सीमा को पूरी तरह से बंद करने का संवेदनशील निर्णय लिया गया है. सुरक्षा और देश हित की दृष्टि से यह कदम नितांत आवश्यक माना जा रहा है. सीमावर्ती इलाकों में अचानक उत्पन्न विग्रह व संकट की स्थिति को देखते हुए नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र में एसएसबी के जवान चौकसी पर तैनात हैं. दिघलबैंक चेक पोस्ट पर असिस्टेंट कमांडेंट प्रिया रंजन चकमा व मोहमारी चेकपोस्ट पर असिस्टेंट कमांडेंट मनोज कुमार ने खुद भारतीय नागरिकों की जांच पड़ताल कर उनकी मदद की. उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति का पहचान पत्र, स्वास्थ्य स्थिति और आवागमन कारण को बारीकी से जांचा जा रहा है. इसके बाद ही सीमावर्ती नागरिकों को सुरक्षित रूप से भारत प्रवेश दिया जा रहा है. प्रिया रंजन चकमा ने कहा, “देश की सुरक्षा व नागरिकों की भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. हम पूरी सतर्कता के साथ आवश्यक कदम उठा रहे हैं ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे और देश का मान-सम्मान सुरक्षित रहे. इस समय नेपाल से आ रहे नागरिकों में मुख्य रूप से वे लोग शामिल हैं जो नेपाल में फंसे हुए थे और किसी भी तरह से अपने गृहराज्य भारत लौटने के लिए प्रयासरत थे. एसएसबी की यह जिम्मेदारी न केवल उनकी सुरक्षित भारत वापसी सुनिश्चित कर रही है, बल्कि भारत-नेपाल सीमा पर अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ बना रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे कठिन समय में सीमाओं पर सशक्त सुरक्षा प्रबंध देश की अखंडता व नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाते हैं.देश हित में लिए गए यह कदम आने वाले समय में सुरक्षा चुनौती से निपटने की दिशा में निर्णायक साबित होंगे.
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