कोचाधामन. प्रखंड के बुआलदह पंचायत के कजलामनी में मस्जिद के तामिर को लेकर मस्जिद कमेटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय कांफ्रेंस गुरुवार की देर रात सामूहिक दुआ के साथ संपन्न हो गया. इस अवसर पर मौलाना अरशद अहमद ने कुरान और हदीस की रोशनी में कहा कि आज जमाना कुरान और हदीस से दूर हो रहा हैं.आज गांव समाज घर में फीतना – फसाद बढ़ रहा है.लोग परेशानी में जी रहे हैं, हर शख्स अपने में अशांति महसूस कर रहे हैं.इसका एक ही कारण है अल्लाह तथा उसके रसूल हजरत मुहम्मद के बताए हुए रास्ते को छोड़ना है.उन्होंने कहा कि हजरत मुहम्मद ने हमें जिंदगी जीने का जो रास्ता बता दिया है अगर उस हिसाब से चलेंगे तो हम खुराफात से दूर रहेंगे और हजरत मुहम्मद के बताए रास्ते को छोड़ेंगे तो हमारी जिंदगी नरक बनता चला जाएगा. कांफ्रेंस को मुफ्ती मारुफ राही, मुफ्ती जसीम अख्तर, मौलाना मुमताज आलम आदि ने भी संबोधित करते हुए कहा कि मजहब ए इस्लाम ने हमें शांति का संदेश दिया है.भाईचारे का पैगाम दिया है. उन्होंने कहा कि अशांति,खुराफात व शैतानी हरकतों का कोई जगह नहीं है. अल्लाह और उसके रसूल हजरत मुहम्मद ने कुरान और हदीस के माध्यम से हमें बता दिया है कि हमें दुनिया में कैसे जीना है,जो बंदा इसको पढ़कर अमल कर लेगा उसका दुनिया भी बेहतर होगा और अखिरत भी अच्छा रहेगा. वहीं कई मौलाना सीमांचल के शैक्षणिक पसमांदगी पर रौशनी डालते हुए कहा कि किसी भी कौम या समाज की तरक्की तभी संभव हो सकता है जब तक शैक्षणिक पसमांदगी खत्म नहीं होती है.शिक्षा ही एक ऐसा हथियार है जिससे हम हर कुछ हासिल कर सकते हैं. मैं अपने समाज के हर एक मां बाप से कहना चाहूंगा एक वक्त कम खाएं बच्चों को बेहतर तालीम दें. वहीं कॉन्प्रेस में अमौर विधायक सह एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान, कांग्रेस के असम प्रभारी ई असलम, अलीग, पूर्व विधान सभा प्रभारी सादिक समदानी, विधायक हाजी इजहार असफि के निजी सहायक मो आशिफ, स्थानीय मुखिया अबु नसर शामिल थे.
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