पहाड़कट्टा पोठिया प्रखंड के डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी में बुधवार को 15 दिवसीय आवासीय कोर्स का शुभारंभ हुआ. इस कोर्स का उद्देश्य उर्वरक डीलरों की पेशेवर क्षमता को बढ़ाना और उन्हें मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन में पैरा-एक्सटेंशन प्रोफेशनल्स के रूप में तैयार करना है. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.कलाम कृषि महाविद्यालय के एसोसिएट डीन सह प्रिंसिपल डॉ.के सत्यनारायण उपस्थित थे. उन्होंने कृषि में उर्वरक के साथ सरकार की प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में जागरूक किया. इस अवसर पर डॉ जेपी सिंह नोडल पदाधिकारी, एचआरसी ने कृषि में उर्वरक के साथ आर्गेनिक का महत्व पर लोगों को केंद्रित किया. कोर्स के नोडल अधिकारी डॉ स्वराज कुमार दत्ता और कोर्स डायरेक्टर डॉ एससी पॉल ने भी प्रशिक्षणार्थियों को कोर्स के लाभों के बारे में विस्तार से बताया और उन्हें कृषि क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम भविष्य में उर्वरक डीलरों और कृषि क्षेत्र के अन्य व्यक्तियों की क्षमताओं को और बढ़ाएंगे. इस कोर्स में भाग लेने के लिए फर्टिलाइजर डीलर्स, कृषि व्यवसाय से जुड़े लोग और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले सभी व्यक्ति पात्र है. मौके पर कृषि वैज्ञानिक डॉ रीना रॉय, डॉ मनीश कुमार, डॉ हेना परवीन, डॉ केविन क्रिस्स्तोफेर, डॉ नागार्जुन, डॉ नीतू नन्द और डॉ विनोद कुमार, मंच संचालक डॉ श्वेता मौजूद थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

