किशनगंज
लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव का आगाज़ हो चुका है. अगले कुछ घंटों के बाद जिले में विधानसभा का मतदान शुरू होगा. जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे-वैसे चुनावी समर की सरगर्मिया भी बढ़ती जा रहीं है साथ ही प्रत्याशियों की धड़कने भी तेजी से बढ़ गई है. रविवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राजनैतिक दलों के प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. जिले में मंगलवार यानी कल दूसरे एवं अंतिम चरण का मतदान होना है. ऐसे में प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार के लिए रविवार शाम तक मतदाताओं को रिझाने में जुटे रहे. चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी और उनके समर्थक अंतिम दिन भी चुनाव प्रचार करने का एक मौका छोड़ने से भी नहीं चूके. रविवार को अन्य दिन की अपेक्षा प्रत्याशी और उनके समर्थकों में चुनाव प्रचार को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साह रहा. जहां प्रत्याशी नहीं पहुंच पाए वहां उनके समर्थकों ने कमान संभाल ली शहर में भी चुनावी बयार काफी तेज था. सुबह से ही प्रत्याशियों के प्रचार वाहन सड़क पर निकल गए. पार्टियों के चुनावी मुद्दे भी प्रचार के अंतिम दिन खूब जोर पकड़े. यहां तक कि गांव की गालियां भी प्रचार वाहनों से अछूती नहीं रहीं. चुनावी महासागर में कूदे प्रत्याशियों के प्रचार वाहन हर तरफ दौड़ते दिखाई दिए. हर प्रचार वाहन अपने प्रत्याशी और पार्टी का बखान करते हुए नहीं थक रहा था. प्रत्याशियों को शायद यही लग रहा था कि आज जो अंतिम दिन प्रचार के लिए मिला है उसका एक-एक सेकेंड कीमती है जिसका भरपूर इस्तेमाल करना है.छह बजे के बाद थम गए वाहनों के पहिए
रविवार को शाम छह बजे के बाद चुनाव प्रचार पर पूरी तरह रोक लगा दिया गया. जैसे ही शाम हुई प्रत्याशियों के वाहनों के पहिए पर ब्रेक लग गया और प्रचार वाहन भी रुक गए. निर्वाचन आयोग का सख्त निर्देश है कि चुनाव प्रचार के अंतिम दिन की शाम के बाद किसी भी तरीके का प्रचार-प्रसार नहीं करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

