प्रतिनिधि पोठिया प्रखंड में 102 एम्बुलेंस सेवा शुक्रवार से पूरी तरह ठप है. एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है. सभी स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिनियुक्त 102 एम्बुलेंस के चालक एवं ईएमटी दोनों के हड़ताल पर चले जाने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पर रहा है. रेफरल अस्पताल छत्तरगाछ के एम्बुलेंस ईएमटी बिट्टू यादव ने बताया कि आठ सूत्री मांगों को लेकर एजेंसी से वार्तालाप चल रही थी, लेकिन अभी तक कोई भी सकारात्मक पहल नहीं हुआ है. मांगों के जवाब में जेन प्लस कंपनी ने हमें धमकाते हुए नौकरी से निकालने की चेतावनी दी है. वहीं एम्बुलेंस चालक मकसूद आलम ने बताया कि सरकार से हमारी मांग है कि प्रत्येक चालक एवं ईएमटी कर्मचारियों को आठ घंटा श्रम अधिनियम के अनुसार न्यूनतम मानदेय इक्कीस हजार रुपये एवं अतिरिक्त कार्य का अतिरिक्त भुगतान किया जाय. ठेकेदारी प्रथा को बन्द कर सरकारी स्तर से बहाली की हो, दुर्घटना बीमा के तहत कर्मचारी को 20 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाय, बिना शर्त हमलोगों को नियुक्ति पत्र एवं सेलरी सिट दिया जाय, निश्चित समय पर वेतन व वेतन स्लीप दिया जाय, हटाए गये कर्मी को वापस कार्य पर रखा जाय. गर्भवती महिलाएं सहित इमरजेंसी मरीजों को घर से अस्पताल पहुंचाने में एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिल रही है. सबसे अधिक परेशानी स्वास्थ्य केंद्र से रेफर होने वाले मरीजों को हो रही है.
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