लड़की ने कहा, जेलर ने की छेड़छाड़
पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन के निर्देशानुसार एसडीपीओ कामिनी वाला ने सोमवार देर संध्या पीड़ित युवती के साथ साथ उसके परिजनों से लंबी पूछताछ की. उन्होंने बताया कि जेल अधीक्षक कृपा शंकर पांडे का विगत कई वर्षों से पीड़िता के घर आना जाना है तथा श्री पांडे अपने पद का दुरुपयोग कर पीड़िता के पिता को लाभ पहुंचाते थे.
किशनगंज : स्थानीय सुभाषपल्ली निवासी युवती के संग जेल अधीक्षक कृपा शंकर पांडे द्वारा अश्लील हरकत करने का वीडियो व तसवीर सोशल साइट पर वायरल होने तथा प्रभात खबर के गत सोमवार के अंक में मामले को विस्तार से प्रकाशित करने के बाद हरकत में आये स्थानीय प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच का आदेश दे दिया है.
जिलाधिकारी पंकज दीक्षित के निर्देश के बाद एसडीओ मो शफीक मामले की जांच में जुट गये हैं.
पीड़िता के पिता पूर्व में खा चुके हैं जेल की हवा
सूत्रों ने बताया कि अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म में स्थानीय मंडल कारा में सजा भुगतने के दौरान ही पीड़िता के पिता की जेल अधीक्षक के संग गहरे ताल्लुकात हो गये थे.
जेल से छूटने के बाद पीड़िता के पिता बन गये राशन आपूर्तिकर्ता
जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद उसने जेल में संविदा के आधार पर राशन पहुंचाने का कार्य प्रारंभ कर दिया था. लगभग 5 वर्ष पूर्व उसने एक विधवा औरत के संग शादी कर ली थी तथा दूसरी पत्नी के दो संतान के साथ साथ पहली पत्नी की बेटी भी साथ रहने लगी थी. हालांकि जेल अधीक्षक की कारगुजारियों की जानकारी पीड़िता के अन्य नाते रिश्तेदारों को मिलते ही उन लोगों ने परिवार से रिश्ता समाप्त कर लिया था.
इस कारण पारिवारिक बंदिशें भी लगभग खत्म हो गयी थी और कृपा शंकर पांडे का पीड़िता के घर आना जाना भी बढ़ गया था. सूत्रों ने बताया कि पूर्व में महिला के संग आपत्तिजनक स्थिति में पाया गया वीडियो भी दरअसल पीड़िता की सौतेली मां का ही था, परंतु अपने ऊंचे रसूख के कारण श्री पांडे इस वीडियो में पायी गयी महिला को अपनी पत्नी साबित कर देने में सफल हो गये थे.