गोगरी. तेज पछुआ हवा व गर्मी के कारण जिले में अगलगी की घटनाएं बढ़ रही है. जिला प्रशासन सजग है. इससे बचाव के तरीके से लोगों को अवगत कराया जा रहा है. सभी प्रखंड में कार्यशाला कर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. हाल के दिनों में हुई अगलगी में दर्जनों गरीबों के आशियाने उजड़ गये. खेत-खलिहानों में रखी किसान मजदूरों की फसल जल कर स्वाहा हो गयी. एसडीओ सुनंदा कुमारी ने अनुमंडल क्षेत्र के लोगों से सुबह नौ बजे के पहले और शाम छह बजे के बाद खाना बनाने की अपील की है. एसडीओ ने बताया कि खाना बनाने, धार्मिक अनुष्ठान करने, खेत-खलिहानों के पास विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
चूल्हे की चिनगारी से आग लगने का खतरा
आमतौर पर लोग अपने-अपने समय के मुताबिक किचन का काम करते हैं. खास कर ग्रामीण इलाके में रहनेवाले लोग अब भी लकड़ी, नेवारी के जलावन से खाना बनाते हैं. अभी तेज पछुआ हवा चल रही है. इस कारण चूल्हे से उठने वाली चिनगारी से आग लगने का खतरा बना रहता है. नसीहत दी गयी कि लोग सुबह नौ बजे के पहले खाना बनाने का काम पूरा कर लें. रात का खाना शाम छह बजे के बाद बनाएं. ऐसा इसलिए बताया गया कि उक्त अवधि में पछुआ हवा की रफ्तार धीमी हो जाती है.चूल्हे की आग को अच्छी तरह बुझाएं
चूल्हे पर खाना बनाने के बाद लोग लापरवाही वश आग को अच्छे ढंग से नहीं बुझा पाते हैं, जो आग लगने का कारण बन जाता है. इससे बचने के लिए सावधानी यह बरतने की जरूरत है. खाना बनाने के बाद चूल्हे की आग को पानी से अच्छी तरह बुझा दें. पानी तब तक डालें जब तक वे संतुष्ट न हो जाएं कि आग बूझ चुकी है.हवन अनुष्ठान सुबह नौ बजे से पहले करें
वर्तमान समय में धार्मिक अनुष्ठान करने में भी सावधानी बरतने की जरूरत है. एसडीओ ने कहा कि जिनके घर में धार्मिक अनुष्ठान है वे हवन का कार्य सुबह नौ बजे के पहले कर लें, ताकि हवन कुंड से चिनगारी न उठ सके. पूर्व में ऐसी घटना हो चुकी है.खेत खलिहान के पास बरतें चौकसी
आग लगने की घटना से बचने के लिए खास कर ग्रामीण इलाके में खेत-खलिहानों के पास विशेष चौकसी बरतने की जरूरत है. कुछ लोग ऐसे होते हैं जो नासमझी के कारण जो जलते हुए बीड़ी-सिगरेट के टुकड़े खेत या खलिहान में डाल देते हैं. तेज हवा के कारण धीरे-धीरे आग लग जाती है. ऐसी नौबत नहीं आये इसके लिए जरूरी है कि लोग चौकसी बरतते हुए खेत-खलिहान के आसपास बीड़ी-सिगरेट नहीं पीएं और न ही किसी को पीने दें.खुद बरतें सावधानी, घटना पर लगेगी रोक
सुबह 9 बजे से पहले खाना बना लें. अलाव की आग को पूर्णत: बुझा दें.फूस के घरों में चूल्हे के चारों तरफ मिट्टी का लेप लगा दें.
रात में दीया या अगरबत्ती जला कर नहीं सोयें.कीचेन में सूती कपड़ा पहन कर काम करेंवस्त्र ढीला-ढाला पहन कर कीचेन में काम नहीं करें.
गैस ऑन करने से पहले रिसाव की जांच कर लें.खाना बनाने के बाद सिलेंडर के नॉब को बंद कर दें.
कीचेन में हवा के आने-जाने की बेहतर व्यवस्था रखें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

