खगड़िया. जिले के विभिन्न चौक चौराहे पर लॉटरी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चालू है. यह कारोबार लाटरी माफिया के माध्यम से चलाया जाता है. जिसमें जिला प्रशासन की लापरवाही लॉटरी माफिया को बल देता है. लॉटरी माफिया इस कारोबार में गरीब, बेसहारा लोगों का इस्तेमाल इस कारोबार में लॉटरी एजेंट के रूप में करते हैं. कहा जाता है कि लॉटरी टिकट लॉटरी माफिया द्वारा बंगाल से मंगाया जाता है. शहर के दर्जनों जगह लॉटरी टिकट की बिक्री के लिए चिह्नित है. खगड़िया रेलवे स्टेशन का दक्षिणी भाग भीड़ भाड़ वाला स्टेशन परिसर इस अवैध कारोबार का सबसे मुुफीद जगह है. यह जगह स्थानीय नगर थाना पुलिस के कमांड एरिया से बाहर होने के कारण लॉटरी माफिया के लिए कुछ ज्यादा ही सुरक्षित माना जाता है. खगड़िया रेलवे स्टेशन का दक्षिणी परिसर में लगभग आधा दर्जन लोग लाटरी एजेंट के रूप में कार्यरत है. प्रिंट मूल्य से अधिक पर बिकती है लॉटरी की टिकटें कहा जाता है कि लॉटरी की टिकटें 50 से 600 रुपये तक की सिरीज में बिकती है. जिसमें एक बंच में 10 टिकट होती है. लेकिन यह अवैध टिकट अपने प्रिंट दाम से अधिक कीमत पर बेची जाती है. जिससे गरीब लोगों की जेबें ढीली होती है. इन टिकटों पर बंगाल, नागालैंड आदि लिखे होते हैं. गरीब लोग होते हैं अवैध लॉटरी खरीद बिक्री का शिकार करोड़पति बनने के सपने देखने वाले अक्सर गरीब वर्ग के लोग ही इसके शिकार होते हैं. लॉटरी खरीदने वाले अक्सर रिक्शेवाले, ई रिक्शा वाले, चाय दुकानदार, पान दुकानदार, फुटकर नाई, सैलून वाले, दैहारी मजदूर आदि इन लॉटरी एजेंट्स के कस्टमर होते हैं.
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