हत्यारे ने मृतिका आशा पूनम वर्मा की काटी थी उंगली और स्तन पर किया था धारदार हथियार से वार
मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही पुलिस, प्रेम-प्रसंग एंगल की भी हो रही जांचगोगरी. थाना क्षेत्र अंतर्गत मुश्कीपुर कोठी वार्ड संख्या 31 में बीते शनिवार को आशा पूनम वर्मा की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी. हत्या मामले में सोमवार को गोगरी थाना में एफआइआर दर्ज किया गया है. मृतका पूनम वर्मा के पुत्र शशि किशोर ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
फूफा ने दिया घटना की जानकारी
शशि ने गोगरी थाने में दिये आवेदन में कहा कि बीते छह सितंबर की शाम करीब 4:30 बजे वह घर में फूफा के साथ सोए हुआ था. फूफा संजय सिंह चौथम प्रखंड के भिरिया निवासी हैं. फूफा ने उसे कहा कि मुश्कीपुर कोठी वार्ड संख्या 31 में कोई अप्रिय घटना घटित हुई है. जिसके बाद सभी ग्रामीण के साथ वह पहुंचे, तो देखा की उसकी मां का शव खून से लथपथ उसके मकान के गली में पड़ा हुआ था.
उंगली काटी व स्तन पर किया था वार
शशि ने पुलिस को दिये गये आवेदन में कहा कि उसकी मां को अज्ञात अपराधियों ने उंगली काटी थी. फिर स्तन पर भी धारदार हथियार से वार किया था. जिसका निशान स्तन पर था. इतना ही नहीं दीवार पर भी अपराधियों के हाथ के निशान थे. खून के छींटे पड़े थे.
आशा की हत्या के पीछे छिपी है कोई गहरी कहानी
नगर परिषद गोगरी के वार्ड संख्या 31 स्थित मुश्कीपुर कोठी में धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था. आशा पूनम वर्मा की हत्या का मामला सिर्फ हत्या का नहीं, इसके पीछे कोई गहरी कहानी छिपी लग रही है. हालांकि मृतका आशा कार्यकर्ता के संपर्क में जो-जो लोग थे और हत्या के पहले तक जिनसे भी आशा कार्यकर्ता मिली थी. एसपी राकेश कुमार, एसडपीओ रमेश कुमार के नेतृत्व में सख्ती से पूछताछ की जा रही है. लेकिन अभी तक खुलासा नहीं हो सका है कि असली कातिल कौन हैं या किसी ने चालाकी से घटना का अंजाम देकर किसी और को फंसाया है.घटना के दिन भी कराया गया था प्रसव
इधर मिली जानकारी के अनुसार मृतका आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा घर के अन्दर निजी क्लिनिक चलाती थी. उसमें गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराने का काम करती थी. जिसमें मुश्कीपुर कोठी निवासी शांति देवी उनके साथ काम करती थी. इधर शांति देवी ने बताया कि पहले पूनम वर्मा ने उन्हें 250 रुपये देती थी. बाद में 50 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये दे रही थी. शांति देवी ने बताया कि घटना के दिन सुबह में आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा ने एक गर्भवती महिला का प्रसव कराई थी. फिर घर सफाई कराकर उन्हें घर भेज दी थी. उस वक्त घर में कोई नहीं था. सिर्फ पूनम वर्मा ही थी. लेकिन अचानक शाम को घटना की जानकारी मिली. जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी.पुलिस ने किया दावा जल्द सुलझेगी हत्या की गुत्थी
आशा कार्यकर्ता की गला रेतकर हत्या के 48 घंटे बाद भी गोगरी पुलिस की नींद उड़ी हुई है. पुलिस को जिन-जिन लोगों पर शक हो रहा है. उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. लेकिन मामला सीधा नहीं लग रहा. पुलिस की जांच का फोकस अब प्रेम-प्रसंग वाले एंगल पर भी है. पुलिस को शक है, हत्या में किसी करीबी का हाथ हो सकता है. कॉल डिटेल्स, मोबाइल लोकेशन और पुराने रिश्तों को खंगाला जा रहा है. फिलहाल पुलिस पूरे केस को अलग-अलग एंगल से टटोल रही है. थानाध्यक्ष अजीत कुमार के अनुसार हत्या मामले में जल्द ही सच्चाई सबके सामने आ जाएगी. हत्यारे तक पहुंचने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है.हर कड़ी को जोड़कर किया जा रहा है जांच
आशा कार्यकर्ता पूनम वर्मा की हत्या मामले में थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि पुलिस संदिग्ध लोगों से पूछताछ की है. गांव के लोगों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं, ताकि हर एंगल से जांच पूरी की जा सके. पुलिस किसी जल्दबाजी में नहीं है, लेकिन हर कड़ी को जोड़ा जा रहा है. ताकि असली कातिल तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके. घटना को लेकर कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिन पर काम किया जा रहा है. जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. प्रेम प्रसंग के एंगल पर भी जांच कर रही है. पुलिस को शक है कि किसी ने रिश्ते की भनक लगने या विवाद के चलते वारदात को अंजाम दिया है. मोबाइल की कॉल डिटेल और चैट खंगाली जा रही है. अज्ञात आरोपियों के अलावा संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. अब देखना यह होगा कि हत्या की गुत्थी पुलिस कब तक सुलझा लेगी या फिर हत्या की गुत्थी कुछ दिन बाद महज एक गुत्थी बनकर रह जाएगी.कहते हैं थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि मुश्कीपुर कोठी में आशा कार्यकर्ता की हत्या मामले का उद्भेदन जल्द किया जाएगा. हत्या में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा. मृतका के पुत्र के आवेदन पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

