पूरे भारत में फैला है फर्जीवाड़ा के सहारे एटीएम से रुपये उड़ाने वाला गिरोह का जाल
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कोलकाता का निशांत है सरगना
पूरे भारत में फैला है फर्जीवाड़ा के सहारे एटीएम से रुपये उड़ाने वाला गिरोह का जाल कोलकाता में एयरटेल कॉल सेंटर में काम करता है मध्य ग्राम निवासी निशांत झारखंड का मधुपुर निवासी मुकेश मंडल करता था फर्जी सिम की सप्लाई दोनों शातिरों ने मिथिलेश मंडल से सीखे थे एटीएम से ठगी के गुर Àगोवा […]
कोलकाता में एयरटेल कॉल सेंटर में काम करता है मध्य ग्राम निवासी निशांत
झारखंड का मधुपुर निवासी मुकेश मंडल करता था फर्जी सिम की सप्लाई
दोनों शातिरों ने मिथिलेश मंडल से सीखे थे एटीएम से ठगी के गुर
Àगोवा के डीसी के एटीएम से भी उड़ाया गया पैसा, सैकड़ों लोगों को लगाया चूना
पश्चिम बंगाल से जुड़ा साइबर क्राइम का जाल, मोबाइल नंबर से मिला सुराग
विभिन्न शापिंग कंपनियों से मिले सुराग में बंगाल के चार शातिर को दबोचने की तैयारी में रेल पुलिस
ठगी के धंधे में जामताड़ा हेठ करमाटांड गांव के 100 से अधिक लोग सक्रिय
बंगाल के चारों शातिरों की कुंडली खंगलाने में जुटी रेल पुलिस
साइबर क्राइम सेल की मदद से गिरोह के तह तक पहुंच कर दबोचे जायेंगे सभी शातिर
पकड़े गये जामताड़ा के दोनों शातिर पर चलेगा आइटी एक्ट के तहत मुकदमा
खगड़िया : झारखंड के जामताड़ा जिले के हेठ करमाटांड गांव मंे एटीएम से ठगी गिरोह मंे शामिल होने के बाद देखते ही देखते सैकड़ों लोग अमीर बन गये. बिना कोई काम किये बड़े-बड़े घर, लग्जरी गाड़ियां सहित अन्य ऐशो आराम की चीजें अब इस गांव के अधिकांश घरों में आम बात हैं. अब तक सैकड़ों लोगों को करोड़ों का चूना लगा चुके गिरोह के सदस्य पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़े हैं.
गोवा के एक आइएएस रैंक के अधिकारी समेत देश भर में सैकड़ों लोगों को करोड़ांे रुपये का चूना लगा चुके गिरोह का तार देश भर में फैला हुआ है. इधर, झारखंड से पकड़े दोनों शातिर से पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों सहित कई अहम जानकारी रेल पुलिस के हाथ लगने की खबर है.
इसमें बंगाल के अलग-अलग इलाके के चार शातिर के अलावा झारखंड के विभिन्न जगहों से ठगी के गोरखधंधे में सक्रिय दर्जन भर लोगों के ठिकाने की जानकारी भी हासिल हुई है. बता दें कि खगड़िया रेल थाने में कार्यरत एक जवान के खाते से 98 हजार की निकासी मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर झारखंड के जसीडीह से एटीएम ठगी गिरोह के दोनों शातिर को दबोचा गया है.
ठगी के बाद सिम कर देते थे बरबाद
एटीएम से ठगी गिरोह के सदस्य बड़े ही शातिराना अंदाज में ठगी के गोरखधंधे को अंजाम देता था. झारखंड के जसीडीह से दबोचे गये शातिर विष्णु मंडल उर्फ करण मंडल उर्फ फर्जी ब्रांच मैनेजर राहुल शर्मा ने पूछताछ में बताया कि पैसे की ठगी के बाद सिम तोड़ कर फेंक देते थे. अभी तक करीब दो दर्जन सिम का नंबर बताते हुए इसके सहारे कई लोगों के खाते से करोड़ों रुपये उड़ाने की पूरी कहानी सुन कर रेल पुलिस भी भौचक रह गयी.
300 रुपये में बिक रहे फर्जी सिम
झारखंड के मधुपुर निवासी मुकेश मंडल फर्जी नाम पता के आधार पर मोबाइल सिम उपलब्ध करवाता था. इसमें दिये गये नाम पते सब फर्जी होते थे. इसके कारण इस गिरोह के सदस्य अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाये. इसके लिये मुकेश मंडल 300 रुपये प्रति सिम के दर से पैसे लेता था.
जामताड़ा के मिथिलेश मंडल के संरक्षण मंे होने वाले इस काम मंे सबका हिस्सा फिक्स बताया जाता है. फिलहाल इस गिरोह के सक्रिय सदस्य पश्चिम बंगाल कोलकाता में रहने वाले निशांत सिंह, मेदनीपुर के रुपसी बेरा, मालदा के रहने वाले मो सत्तार, स्वदेश साहू, झारखंड जामताड़ा के मुकेश मंडल, दिवाकर मंडल, राकेश मंडल आदि के बारे में रेल पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है.
शातिराना अंदाज में होती है ठगी
अगर आपके पास ऐसा कोई फोन आये जिसमें बैंक मैनेजर बन कर आपसे एटीएम सहित अन्य जानकारी मांगी जा रही हो तो सावधान हो जाये. वह कोई और नहीं ठगी गिरोह के सदस्यों का कॉल हो सकता है. शातिराना अंदाज मंे होने वाले इस फर्जीवाड़ा को कुछ इस तरह अंजाम दिया जाता है. एटीएम का एटीएम की जानकारी लेने के बाद सीभीभी कोड के सहारे आपके एटीएम से पैसा ट्रांसफर या ऑनलाइन शापिंग कर लोगों को चूना लगाया जाता है. गिरोह मोबिक्विक, फ्लिपकार्ट, पेयू आदि नामक साइट के सहारे गिरोह के सदस्य ऑनलाइन शापिंग करने के अलावा पैसा ट्रांसफर कर लिये जाते हैं.
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