– तपती धूप से लोगों को मिली राहत, अगले दो तीन दिनों तक नहीं होगी बारिश – बारिश के साथ पत्थर गिरने से खेतों में गिरा मक्का फसल कटिहार लगातार चिलचिलाती धूप व तपिश भरी गर्मी से शुक्रवार की देर रात हुई झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली. लेकिन हुई आंधी पानी के बीच किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा. मखाना की खेती को छोड़ शेष सभी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया. इससे किसान हताश और परेशान हैं. खासकर गरमा फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. खेतों में खड़े मक्का की फसल व तैयार मक्का को काटकर खेतों में छोड़न किसानों को महंगा पड़ गया. मकई खेत में पानी जम जाने से किसान सोचने को मजबूर हों गये. सिरसा दलन पूरब के किसान रविशंकर श्रवणे, अनिल सिंह, नागेन्द्र सिंह, उमेश सिंह, संजय चौधरी, रमेश सिंह, हथिया दियारा के मजहारूल हक, रामपुर के कमल कुमार रजक, कदेपुरा के आशुतोष राणा, दलन के प्रिंस कुमार, शिवम कुमार, संजू कुमार समेत अन्य का कहना है कि वे लोग कई एकड में मक्का लगाये थे. आधे से अधिक फसल तैयार कर लिये. कई एकड़ में तैयार फसल को काटकर खेतों में छोड़ दिये थे. शुक्रवार की अचानक हुई बारिश से उनलोगों के सपने पर पानी फिर गया. मोहन कुमार का कहना है कि सबसे अधिक नुकसान लत्तरवाली सब्जियों को हुई. जिसमें करेला, खीरा टमाटकर, कद्दू, घेरा, झिंगली के लगाये गये अलान उजड़ जाने से किसान परेशान हो गये हैं. मूंग की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है. पिछात मूंग लगी फसल को लाभ हुआ है. इधर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार का कहना है कि अगले दो से तीन दिनाें तक बारिश की संभावना नहीं है. देरात हुई बारिश से किसानों के सभी फसल को नुकसान पहुंचाया है. खासकर तैयार मक्का की फसल को काटकर खेतों में छोड़ देने वाले किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है. केवल मखाना को लाभ पहुंचा है. —————————————————————————- देर रात आई आंधी-तूफान के साथ बारिश ने मक्का फसल को किया नुकसान फोटो 41 कैप्सन- पानी में बर्बाद फ़सल प्रतिनिधि, फलका शुक्रवार की रात आई आंधी व तेज गरज के साथ मूसलाधार बारिश ने जहां आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है. किसानों के लिये एक मुसीबत पैदा कर दी. कई किसानों के खेत में लगे खड़ा मक्का का फसल आंधी में गिर गया तो मक्का किसानों का छिला हुआ भुट्टा भी इस अचानक आये बरसात में भींग गया. हालांकि इस तेज आंधी व बारिश में कहीं से कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है. इस बेमौसम की आंधी व बरसात ने भले ही भीषण गर्मी से राहत प्रदान की. पर मक्का किसानों की परेशानी बढ़ा दी. जबकि इस आंधी में आम व लीची फलों के गिरने के कारण बागान मालिकों व आम लीची व्यवसाइयों को क्षति पहुंचाया है. मक्का कृषकों ने बताया कि मक्का फसल की कटनी अभी पूरे चरम पर है. पूरा बहियार छिला हुआ भुट्टा व तैयार मक्का फसल बिखरा हुआ था. शुक्रवार की रात आई तेज आंधी के साथ बारिश के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गयी. कई खेतों में पिछात किस्म का मक्का फसल जो खड़ा था वो कई खेतों में आंधी के चपेट में आकर गिर गया है.
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