कटिहार हिंदी के प्रतिष्ठित कवि, कोसी अंचल के गौरव राम खेलावन प्रजापति का विगत 23 नवंबर को पूर्णिया में निधन हो गया. 6 दिसंबर को कटिहार में उनके आवास पर उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में कार्य करते हुए राजभाषा अधीक्षक पद से सेवानिवृत्त प्रजापति जी रेलवे द्वारा प्रकाशित प्रगति द्वैमासिक तथा सीमा संदेश त्रैमासिक के संपादन से जुड़े थे. पत्थर के बीज नामक उनका एक कविता-संग्रह भी प्रकाशित हुआ था. संग्रह की भूमिका में प्रख्यात हिंदी साहित्यकार डॉ गंगा प्रसाद विमल ने उन्हें कबीर की परंपरा का कवि बताया है. श्रद्धांजलि सभा में उनके परिवारी जनों के अलावा शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे. जिनमें केबी झा कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिंह, पूर्णिया विवि के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ मनोज पराशर, वरिष्ठ आलोचक डॉ कामेश्वर पंकज, साहित्य अकादेमी, कोलकाता के क्षेत्रीय सचिव डॉ देवेंद्र कुमार देवेश शामिल थे. वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. जिनमें, सुपुत्र बिहार सरकार के संयुक्त सचिव संजय कुमार, पुत्रवधू मधेपुरा विवि में विभागाध्यक्ष डॉ विमला कुमारी, दो इंजीनियर पौत्र हेमंत एवं तपन शामिल हैं.
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