– कुरसेला में शिव शिष्य गुरु परिवार का विराट अध्यात्मिक आयोजन में उमडा श्रद्धालुओं का जनसैलाब कुरसेला कुरसेला के हवाई अड्डा के पास विशाल रविवार को विराट शिव गुरु महोत्सव का आयोजन दीप प्रज्वलित से हुआ. शिव गुरु महोत्सव के अध्यात्मिक आयोजन में मुख्य रूप से गुरु संवाद रखने वरेण्य भ्राता हरीन्द्रा नंद की पुत्र वधु बरखा आनंद व बड़े सुपुत्र अर्चिता आनंद शिव शिष्य परिवार के राष्ट्रीय प्रो रामेश्वर मंडल के मंच पर आगमन होते ही पंडाल मे उपस्थित शिव गुरु परिवार की महिला, पुरुष श्रद्धालु आस्था के भाव से अहलादित हो उठे. शिव गुरु के उदघोष से पंडाल गुंजायमान हो उठा. मंच से शिव गुरु परिवार के मुख्य वक्ताओं ने शिव शिष्य बनने के अध्यात्मिक शारीरिक मानसिक लाभ पर व्याख्यान किया. शिव इस सृष्टी के गुरु है. शिव को गुरु बना कर मानव जीवन को धन्य बना सकते है. गुरु के सानिध्य में भव सागर की वैतरणी को पार कर सकते है.आस्था विश्वास के भावों से नित्य भजन और गुरू को संस्मरण कर अपने जीवन को शिव को हवाले कर दें.आप के जीवन के सारे कठिनाई अपने आप दूर होती चली जायेगी. मंच पर उपस्थित शिव गुरु परिवार के शिष्य महिलाओं के मधुर शिव गुरु भजन से पंडाल भक्ति भाव से ओत प्रोत हो उठा. पंडाल में उपस्थित शिव गुरू शिष्य परिवार का महिला पुरुष अनुयायी भजनों के मधुर गायन से मुग्ध होकर गोते लगाते रहे. प्रवचन के प्रवाह में श्रद्धालु घंटों पंडाल में जमे बैठे रहे. श्रद्धालुओं की सुविधा में मंच और उसके बाहर एलसीडी के बड़े स्क्रीन लगाये गये थे. जिस पर प्रवचन भजनों का प्रसारण किया जा रहा था. पंडाल में शिव शिष्य परिवार की तकरीबन तीन लाख से अधिक महिला पुरुषों की भीड़ जुटी हुई थी. भीड़ में पंडाल में पाव रखने तक की जगह नहीं बची थी. श्रद्धालुओं की सुविधा भीड़ नियंत्रण सुविधा में शिव शिष्य परिवार तैनात आयोजन पर पंडाल और आसपास भीड़ नियंत्रण के शिव गुरु शिष्य परिवार के स्वयं सेवक पुलिस बल जगह जगह तैनात थे. वाहनों के पंडाल तक आने के लिए रोक थाम के लिये जगह जगह बेरिंकेटिंग लगाये गये थे. वाहनों का पंडाल तक आने के लिए प्रतिबंधित किया गया था. पंडाल से मंच की दूरी का सुरक्षित दायरा बनाया गया था. कुरसेला, बल्थी महेशपुर, नबाबगंज आदि जगहों पर बड़े छोटे वाहनों के लिए पार्किंग बनाया गया था. शिव गुरु परिवार का एतिहासिक जन सैलाब उमड़ा कुरसेला में शिव गुरु परिवार का एतिहासिक जन सैलाब उमड़ पड़ा था. प्रदेश के जिलों सहित नेपाल के शिव शिष्य गुरु परिवार के श्रद्धालु इस आयोजन मे जुटे हुये थे. लगभग पच्चीस एकड़ क्षेत्र में फैले पंडाल में श्रद्धालुओं का जमावाड़ा लगा था. पंडाल स्थल पहुंचने के हर रास्ते पर शिव शिष्य गुरू परिवार के अनुयायियों का हुजूम गुजर रहा था. रास्ते में इधर उधर से निकलने तक की जगह नहीं मिल रही थी. कुरसेला का हर चप्पा शिव गुरु शिष्य परिवार का कारवां नजर आ रहा था. आयोजन पर पंडाल के समीप विभिन्न प्रकार के सामाग्रियों का दुकाने लगी हुयी थी. जिसमे धार्मिक अध्यात्मिक सामाग्री के साथ नास्ता आदि की दुकानें लगी हुयी थी.
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