– लोग हो रहे परेशान, पेड़ के छांव की कर रहे तलाश मजदूर वर्ग के लोग – सुबह सात से आठ बजे से सड़क हो जा रही सुनसान प्रतिनिधि, कटिहार आफत भरी तेज धूप व गर्मी के बीच शहर में इन दिनों बिजली की लचर व्यवस्था से शहरवासी परेशान हैं. पिछले एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी के बीच हर दो घंटे पर बिजली के कटने के कारण लोगाें का जीना मुश्किल साबित हो रहा है. तापमान अधिक हाेने की वजह से सुबह सात से आठ बजते ही सड़के सुनसान हो जा रही है. दोपहर के बाद सड़क पर आवागमन मुश्किल हो जा रहा है. आफत भरी गर्मी के बीच सड़कों पर लोगों का गिरना आम बात हो गयी है. पिछले एक सप्ताह से उमस भरी गर्मी के बीच मजदूर वर्ग के लोग जहां छांव को लेकर पेड़ की तलाश कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कार्यालय में कार्य कर रहे लोग एसी के बिना पसीना से तर बतर हो जाते हैं. बुधवार को सबसे अधिक तापमान के बीच लोग बिजली की आंख मिचौनी से परेशान रहें. उपभोक्ताओं में बीएमपी सात निवासी रविरंजन भट्ट, भेरिया रहिका निवासी देवेन्द्र कुमार ठाकुर, शमशेरगंज के जानिसार अहमद, तेजा टोला के तारकेश्वर कुमार, मनोज कुमार, बड़ा बाजार निवासी रिंकू कुमारी, शंभू कुमार यादव समेत अन्य मोहल्लों के उपभोक्ताओं का कहना है कि तापमान अधिक के बीच बिजली के आने जाने का सिलसिला के कारण लोग परेशान हो रहे हैं. सबसे अधिक परेशानी बुजूर्ग व बच्चों को हो रही है. रात में अधिक देर तक बिजली के नही रहने के कारण लोग रातजगा कर बिता रहे है. उपभोक्ताओं ने बताया कि बुधवार को सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक करीब 17 बार बिजली कटी. अधिक तापमान के कारण लोगों को एसी असरहीन साबित हो रहा है. उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग से नियमित बिजली आपूर्ति को लेकर आवाज उठाया है. लॉ वोल्टेज से लोग हैं परेशान बिजली के कट कट कर आने और जाने के कारण घर के बल्ब, पंखे इत्यादी खराब हो जा रहे हैं. कभी कभी लॉ वोल्टेज से लोगों का जीना मुहाल साबित हो रहा है. बीएमपी सात के क्वार्टर में दोपहर से लॉ वोल्टेज की समस्या से लोग परेशान रहें. लोकल फोल्ट अधिक होने की वजह से लोग काफी परेशान हो रहे हैं. दाे चार दिनों तक गर्मी से नहीं मिलेगी राहत कृषि विज्ञान केन्द्र के पंकज कुमार की माने तो अगले दो से चार दिनों तक गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है. पच्चीस से तीस प्रतिशत बादल आसमान में छाये रहेंगे. लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं दिख रही है. जिस वजह से लोगों को गर्मी से निजात मिल पाना मुश्किल साबित हो रहा है.
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