– 70 प्रतिशत कार्य होना है शेष, मई 2025 तक पूरा करने का आदेश दुर्गास्थान व डीएस कॉलेज के समीप डीपीएस निर्माण जरूरी – दो अरब बीस करोड़ की लागत से बनना है ड्रेनेज कटिहार शहरी क्षेत्र से जलजमाव की समस्या से हमेशा के लिए निजात दिलाने के लिए स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का निर्माण कार्य एनओसी के अभाव में लटकता नजर आ रहा है. आने वाले बरसात में इस वर्ष भी वार्ड में लगने वाले जलजमाव की समस्या से वार्ड के लोग अभी से ही सशंकित हो रहे हैं. शहर सौंदर्यीकरण के लिए दो सौ बीस करोड़ की राशि से स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज का निर्माण पिछले दो वर्ष से किया जा रहा है. विभागीय पदाधिकारियों के इच्छाशक्ति की कमी और अभियंता के साथ संवेदक के उदासीनता की वजह से तय समय पर कार्य पूरा नहीं होने का अंदेशा लगाया जा रहा है. ऐसा इसलिए कि इस योजना के तहत पच्चीस किलोमीटर ड्रेनेज निर्माण में महज नौ किलोमीटर निर्माण कार्य पूरा किया जा सका है. अब भी करीब सोलह किलोमीटर ड्रेनेज निर्माण कार्य होना शेष है. मालूम हो कि तीन फेज के तहत शहर में स्टॉम वाटर ड्रेनेज का निर्माण कार्य होना है. प्रथम फेज के तहत रोजितपुर के परतैली घाट आउटफॉल बनाया गया है. जहां बाजार के सभी मोहल्लों के घरों के नाले का पानी निकास किया जाना है. इसके अंतर्गत तीन जगहों पर डीपीएस बनाना है. जिसमें एकमात्र रोजितपुर के लिए एनओसी मिल गया है. जबकि कार्य पूरा करने का आदेश विभाग द्वारा मई 2025 निर्धारित किया गया है. विभागीय कर्मचारियों की माने तो एनओसी के अभाव में प्रथम फेज के ही दो डीपीएस का निर्माण कार्य अधर में है. जबकि तीनों फेज के तहत सात डीपीएस का निर्माण होना है. डीएस कॉलेज और दुर्गास्थान के समीप एनओसी नहीं मिल पाया है. दूसरे फेज के तहत कोसी प्रोजेक्ट आउटफॉल में तेजा टोला, ऑफिसर्सर कॉलोनी, मैथिल टोला, ब्रह्चारी फील्ड ऐरिया का पानी निकासी करना है. जबकि तीसरा फेज कारी कोसी नदी में आउटफॉल बनना है. जहां गौशाला, शरीफगंज के माेहल्लों का पानी गिरना है. 2023 फरवरी में शुरू किया गया निर्माण कार्य —————————————————— शहर के प्रबद्ध जनों की माने तो शहर के लिए एकमात्र वरदान साबित होनेवाला स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य अधर में लटक सकता है. उनलोगों की माने तो इससे शहरवासियों को काफी परेशानी बढ़ सकती है. कार्य शुरूआत के लिए 2022 में एग्रीमेंट किया गया. फरवरी 2023 में डिजाइन आदि तैयार कर कार्य शुरू किया गया. जबकि इस कार्य का पूरा होने का समय मई 2025 निर्धारित है. चौबीस माह में महज नौ किलोमीटर ड्रेनेज निर्माण कार्य को पूरा किया गया. अब एक माह में सोलह किलोमीटर निर्माण कार्य किस कदर होगा. इसको लेकर शहरवासियों की नजरे टिकी हुई हैं. फंड व एनओसी का रोया जा रहा रोना ———————————————- विभागीय पदाधिकारियों की माने तो स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य पूरा करने में फंड व एनओसी का रोना रोया जा रहा है. योजना की शुरूआत के लिए एग्रीमेंट 2022 में किया गया. डिजाईन तैयार कर फरवरी 2023 में शुरू कर दिया गया था. मई 2025 मे पूरा होना है. उनलोगों की माने तो अब तक महज 52 करोड़ ही उपलब्ध कराया गया है. जिसके वजह से कार्य में परेशानी हो रही है. 2022-23 में पहली बार 22 करोड़, 2024 छठ पूजा के समय में 15 करोड़ व फरवरी 2025 में पुन: 15 करोड़ का आवंटन हो पाया है. जबकि दो सौ बीस करोड़ की यह योजना है. निर्माण कार्य में आयेगी गति ———————————- होली के बाद स्टाॅम वाटर ड्रेनेज निर्माण कार्य में गति आयेगी, फंड व एनओसी का इशु है. इसके पूरा होने के बाद निर्माण कार्य में तेजी आयेगी. अब तक 52 करोड़ रूपये तीन चरण में उपलब्ध कराया गया है. कई जगहों पर अतिक्रमण का भी इशु सामने आ चुका है. बावजूद कार्य में गति प्रदान कर पूरा किया जायेगा. विकास कुमार, परियोजना निदेशक बुडको
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