कटिहार बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को कटिहार जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. अब ईवीएम में उम्मीदवारों का भाग्य बंद हो चुके है, तो शहर में हर जगह चर्चा का माहौल गर्म है. लोग अब जोड़-घटा करने में जुट गए हैं किस उम्मीदवार को कितना और कहां से वोट प्राप्त हुआ है. मतदान संपन्न होते ही राजनीतिक गलियारों से लेकर चाय की दुकानों, चौक-चौराहों, बाजारों पर बस एक ही चर्चा चल रही है कि कौन जीतेगा. लोगों के बीच अपने-अपने तर्क और आंकड़े हैं. कोई जातीय समीकरण के हिसाब से अपना गणित बैठा रहा है तो कोई पिछले चुनाव के आंकड़ों और मौजूदा मुद्दों के आधार पर अनुमान लगा रहा है. शहर के चौक- चौराहों पर चलने वाले चाय की दुकान पान की दुकान पर लोग बस इसी बात की चर्चा कर रहे है. संजय इस बार मुकाबला कड़ा है, किसी भी उम्मीदवार को कम नहीं आंका जा रहा है. कई जगहों पर स्थानीय लोग खुद ही पोल सर्वे कर रहे हैं. कौन-से बूथ पर कौन आगे रहा और कौन पीछे. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का कटिहार सदर चुनाव बेहद दिलचस्प है. त्रिकोणीय मुकाबले के कारण जीत-हार का अंतर बहुत कम रह सकता है. अब सभी की निगाहें 14 नवंबर की मतगणना पर टिकी है. जब यह साफ हो जाएगा कि जनता ने किसे अपना जनप्रतिनिधि चुना है. फिलहाल कटिहार की सड़कों पर राजनीतिक चर्चाओं का बाजार पूरा गर्म है.
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