Bihar News: भागलपुर में आज से ठीक एक साल पहले 3 मार्च 2022 को आधी रात काजवलीचक मोहल्ले में हुए विस्फोट की गूंज लगभग आधे शहरी क्षेत्र में सुनाई दी थी. एक साल बीतने के बाद उस इलाके के लोग आज तक उस विस्फोट की गूंज को नहीं भूल सके हैं. भले ही टूटे मकानों की जगह लोगों ने अपनी चौहद्दी को घेर लिया है. क्षतिग्रस्त मकानों को दुरुस्त करा लिया गया पर घटना में मरने वाले 15 लोगों के परिजन आज भी आस लिये बैठे हैं कि उन्हें कुछ सहायता मिलेगी.
अवैध पटाखा के कारोबार की वजह से हुआ था धमाका
बता दें कि काजवलीचक के चंद घरों में चलने वाले अवैध पटाखा के कारोबार की वजह से हुए इस विस्फोट में कई बेकसूरों की भी जान गयी थी. इसमें कुल 15 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, तो आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गये थे. चार घर पूरी तरह जमींदोज हो गये थे, जबकि एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गये थे.
मलबे के अंदर तीन दिन तक ढूंढे गए थे शव
विस्फोट की घटना पर बात करने पर आज भी स्थानीय लोगों का दिल दहल जाता है. आलम यह था कि तीन दिनों तक मलबे का हटाने और मृतकों के शव को ढूंढने की कार्रवाई चली थी. मामले में उच्च स्तरीय पुलिस जांच भी करायी गयी.
जांच में हुआ था ये खुलासा
इसमें यह बात सामने आयी थी कि दो-तीन घरों में चलने वाले अवैध पटाखा के कारोबार और भारी मात्रा में पटाखा एक ही जगह संग्रहित कर रखे जाने की वजह से यह विस्फोट हुआ था. मोहल्ले के रहने वाले मो तकी जावेद बताते हैं कि जिस रात विस्फोट हुआ था, वह अपने घर में सो रहे थे. विस्फोट होते ही उनका पूरा मकान हिल गया था. आवाज इतनी तेज थी कि घटना के दस मिनट बाद तक कान सुन हो गये थे.