भभुआ नगर. प्रभात खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी तत्काल मामले को संज्ञान लेते हुए तीनों गुरु जी को सेवामुक्त करने के लिए नियोजन इकाई को पत्र लिखा है. लिखे गये पत्र में कहा है कि उच्च न्यायालय पटना के आदेश पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा फर्जी शिक्षकों की मेधा सूची के दौरान दिये गये कागजातों की जांच की जा रही है. कागजात जांच के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के जांचकर्ता द्वारा पत्र के माध्यम से प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया है. इसमें कहा गया है कि मेधा सूची में दिये गये कागजात में उत्क्रमित मध्य विद्यालय मसोइ चैनपुर में कार्यरत शिक्षक नागेंद्र कुमार, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बौरइ चैनपुर में कार्यरत शिक्षक अभय कुमार मिश्रा व मध्य विद्यालय सरियाव दुर्गावती में कार्यरत शिक्षिका फूल कुमारी के कागजात फर्जी व फेक पाये गये हैं. साथ ही पत्र में कहा है कि अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के आदेश पर तीनों गुरुजी पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वहीं, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नियोजन इकाई को लिखे गये पत्र में कहा है कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी वाले तीनों गुरु जी को तत्काल सेवा से बर्खास्त करते हुए बर्खास्त से संबंधित प्रतिलिपि शिक्षा विभाग कार्यालय को उपलब्ध करायी जाये. गौरतलब है कि शनिवार को प्रभात खबर ने अपने अंक प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि फर्जी शिक्षकों पर थाने में प्राथमिकी, फिर भी गुरुजी विद्यालय में लगा रहे हैं हाजिरी. इधर, प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में आये व तत्काल निगरानी विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने वाले तीनों शिक्षकों को बर्खास्त करने के लिए नियोजन इकाई को पत्र लिखा. इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कृष्ण मुरारी गुप्ता ने कहा कि निगरानी विभाग द्वारा जिन तीनों शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. संबंधित सभी शिक्षकों को बर्खास्त करने के लिए संबंधित नियोजन इकाई के सचिव को पत्र लिखा गया है.
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