भभुआ सदर. सोमवार को सदर अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर के कोर्ट काम से चले जाने के कारण महिला मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी, तो कई गर्भवती महिलाओं व अन्य रोग पीड़ित महिलाओं को वापस लौट जाना पड़ा या उन्हें निजी क्लिनिक का सहारा लेना पड़ा. दरअसल, सोमवार की सुबह नौ बजे से अस्पताल में महिला व प्रसूति वार्ड में डॉ मधु यादव की ड्यूटी थी, लेकिन वह कोर्ट के कार्य को लेकर मौजूद नहीं थी. हालांकि, अस्पताल प्रबंधन को महिला डॉक्टर के कोर्ट कार्य से जाने की जानकारी थी, लेकिन उनके स्थान पर प्रबंधन ने इलाज के लिए आयी महिला मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया. इस बीच कर्मी भी डॉक्टर के नहीं होने की जानकारी देते हुए मरीजों को लौट जाने या फिर इंतजार करने की सलाह देती रहीं. इसके चलते सुबह आठ बजे से आयी महिला मरीज दोपहर एक बजे तक महिला डॉक्टर के आने का इंतजार करती रही. सोमवार को सदर अस्पताल इलाज के लिए आयी थाना क्षेत्र के नउआ झोटी गांव निवासी विभा देवी, भगवानपुर की राधिका देवी, कटकरा गांव निवासी सितारा देवी, मिठापुर गांव निवासी गीता देवी, सदर थाना क्षेत्र के दरौली गांव निवासी डिंपल देवी आदि ने बताया कि वह अपने गांव से सुबह आठ बजे ही आकर काउंटर पर पुर्जा कटाने के बाद घंटों बैठकर डॉक्टर के आने का इंतजार कर रही हैं, लेकिन डॉक्टर का कोई पता नहीं चल रहा. इसके अलावा अस्पताल प्रबंधन का कोई भी कर्मचारी मरीजों को यह बताने के लिए भी तैयार नहीं था कि, आखिर डॉक्टर कब तक आयेंगी. बस उनका यही कहना था कि मैडम कोर्ट गयी हैं, कब तक आयेंगी यह जानकारी नहीं है. इधर, सोमवार को सदर अस्पताल में महिला डॉक्टर के नहीं होने की समस्या पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह का कहना था कि सोमवार को डॉ मधु यादव की ड्यूटी थी, लेकिन वह कोर्ट चली गयी थी. इसके चलते महिला मरीजों को परेशानी हुई. वैसे भी सदर अस्पताल में महिला डॉक्टर की कमी है, इसको लेकर पूर्व में ही सीएस को पत्र के माध्यम से जानकारी दी जा चुकी है. —–सुबह आठ से एक बजे तक इंतजार के बाद गर्भवती महिलाओं को लौटना पड़ा वापस
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