भभुआ सदर. पति की दीर्घायु के लिए रखा जाने वाला करवा चौथ व्रत शुक्रवार को भभुआ, मोहनिया सहित पूरे जिले में उल्लास और श्रद्धा भक्ति के साथ मनाया गया. देर शाम सुहागिनों ने निर्जला व्रत रख पति की दीर्घायु के लिए कामना की और चांद का दीदार कर उपवास तोड़ा. इसके पूर्व करवा चौथ पर पति की लंबी उम्र के लिए सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखा. महिलाओं ने पूरे दिन साज-सज्जा, पूजन की तैयारियों में व्यतीत किये और शाम ढलते ही पूजन को लेकर उनमें काफी उत्साह रहा. शाम को सोलह शृंगार कर सुहागिनों ने चंद्रमा को अर्घ देने के साथ चलनी से पति का दीदार कर व्रत का पारण किया. चांद निकलने व पूजन करने शुभ मुहूर्त देर शाम 7.42 बजे से था, लेकिन व्रती महिलाएं चांद निकलने से पहले ही पूजन सामग्री के साथ छतों और आंगन में पहुंच गयी. चांद के दीदार को व्रती महिलाएं हर पल आसमान की ओर ताकती नजर आयी. रात करीब 7.54 बजे पूरब के पीछे से जैसे ही चांद आंगन व छत पर चमका, महिलाओं ने दीया जलाकर छननी की ओट से चांद और फिर अपने सुहाग के दर्शन किये और चंद्रमा के दर्शन होते ही पूजन-अर्चन शुरू किया. इस दौरान सुहागिनों ने चंद्रमा को अर्घ देने के साथ ही सुहाग की सलामती और सुख समृद्धि की कामना की और गोबर से गौरी-गणेश बना और करवा रखकर पूजन किया गया. करवा चौथ की कथा और गणेश आरती के बाद चांद और पति की आरती उतारी. चलनी से चांद और फिर पति का चेहरा देखकर पति की लंबी उम्र की कामना की. पति ने अपने हाथ से जल पिलाकर पारण कराया. इसके बाद व्रती महिलाओं ने सभी बड़ों का आशीर्वाद लिया और पति के हाथों प्रसाद खाकर व्रत को समाप्त किया. = देर शाम चांद देखने के साथ किया पति का दीदार, मांगी सलामती की दुआ
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