सोनो.
बीते 22 मई को अपने दो बच्चों के साथ मायके जाने के लिए घर से निकली महिला तीन बच्चों समेत लापता हो गयी. लापता महिला बबिता देवी पति स्व उमेश यादव चरकापत्थर थाना क्षेत्र के महेश्वरी पेनकान्ह गांव की निवासी है. उत्क्रमित मध्य विद्यालय सुग्गाटांड़ में सफाई कर्मी के रूप में काम करती है. उसके पति उमेश यादव का निधन डेढ़ वर्ष पूर्व हो गया था. लापता बबिता देवी के वृद्ध ससुर गणपत यादव गिरिडीह जिला के खुटाटांड़ स्थित उसके मायके व अन्य सभी रिश्तेदारों के यहां खोजकर थक गये. लेकिन उसका उन लोगों का कोई पता नहीं चल सका. उसका मोबाइल भी लगातार स्विच ऑफ है. अंततः गणपत यादव ने चरकापत्थर थाना में आवेदन देकर अपनी बहू व पोते-पोतियों की खोज करने की गुहार लगायी है. गणपत बताते हैं कि उनका एक पोता झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत बिरनी थाना क्षेत्र के खुटाटांड़ गांव स्थित अपने नानी घर में रहता था. बीते 22 मई को उसकी बहू अपने बेटा व बेटी को साथ लेकर मायके जाने के लिए निकली थी. वहां से बेटे को लेकर अपने सभी बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की बात कही थी. लेकिन वह अपने मायके भी नहीं पहुंची और रास्ते से ही लापता हो गयी. हालांकि लापता बबिता देवी की मां ने बताया कि बबिता के कहने पर उसके बड़े पुत्र को वह लेकर चकाई आयी थी और अपनी पुत्री को उसका बेटा सौंप दिया था. अपनी बहू और पोते-पोती को खोजकर थक चुके हताश गणपत यादव को बहू और बच्चों के साथ किसी अनहोनी की आशंका सता रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है