बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार व मंदिरों को तोड़े जाने के विरोध में मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र नेता सूरज बरनबाल के नेतृत्व में बिना प्रशासन के परमिशन का आक्रोश मार्च निकालने का प्रयास किया. जिसे थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह व अन्य प्रशासन के अधिकारियों ने रोक दिया. आक्रोश मार्च रोके जाने पर लगभग तीन घंटे तक विद्यार्थी परिषद के सदस्यों के अलावा अन्य लोगों ने बांग्लादेश के विरोध में जमकर नारेबाजी की व आक्रोश मार्च नहीं निकाले जाने पर प्रशासन के विरोध में भी भड़ास निकाली. तीन घंटे के बाद कुछ लोगों ने अपनी गिरफ्तारी दी. इस दौरान तकरीबन तीन घंटे तक दुर्गा मंदिर चौक पर जाम की स्थिति बनी रही. छात्र नेता सूरज बरनवाल, खुशबू पांडेय, दयाशंकर बरनवाल ,गौतम प्रसाद, संजय साह समेत कई लोगों ने कहा कि हम सभी वसुदेव कुटुंबकम तथा सर्वे भवंतु सुखिनः के भाव के साथ चलने वाले लोग हैं. लेकिन प्रशासन द्वारा इस तरह के रवैया की कड़ी भर्त्सना करते हैं. बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के साथ अत्याचार बेहद शर्मनाक है.
Bangladesh Hindu Atrocities Protest: बांग्लादेश में हिंदू पर अत्याचार
आज हमें बांग्लादेश से सबक लेनी चाहिए. वह दिन दूर नहीं जब जिहादी मानसिकता के लोग भारत को भी अपने आगोश में समा लेंगे. उस समय अपना आबरू बचाने के लिए हिंदू दर-दर ठोकरे खाने को मजबूर हो जाएंगे. उन्होंने समस्त हिंदू समाज का आह्वान करते हुए कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए सड़क पर आये और अपने हिंदू समाज की आवाज बुलंद करें. बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं. मंदिर तोड़े जा रहे हैं .यह घटना काफी चिंताजनक है. उपस्थित लोगों ने कहा कि आज भले ही हम लोगों ने परमिशन नहीं लिया था.अब आने वाले दिनों में हमलोग प्रशासन से परमिशन लेंगे और फिर से आक्रोश मार्च निकालेंगे. जिसमें झाझा के हजारों लोग शामिल होंगे. पूरे घटना के दौरान थानाध्यक्ष संजय सिंह के अलावे प्रखंड विकास पदाधिकारी रवि जी, अंचलाधिकारी निशा सिंह, पुलिस पदाधिकारी कौशलेंद्र कुमार, सोनो थानाध्यक्ष दीनानाथ सिंह, कुंज बिहारी कुमार, नंदन कुमार, निधि कुमारी समेत कई पुलिस पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद थे.