जमुई. ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशानुसार जिले में महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था. इसका समापन शनिवार को हो गया. 18 अप्रैल से 14 जून तक चले इस विशेष अभियान में जिले के 1245 ग्राम संगठनों के माध्यम से कुल 2,52,516 महिलाओं तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचायी गयी. वहीं 30,224 आकांक्षाएं दर्ज की गयीं. कार्यक्रम के दौरान 10 हजार सफल महिलाओं ने अपने संघर्ष व सफलता की कहानियां साझा कीं, जिससे अन्य महिलाओं को प्रेरणा मिली. महिलाओं की मुखरता, आत्मनिर्भरता और जागरूकता इस संवाद की प्रमुख उपलब्धियों में रहा.
संवाद रथ व वीडियो शो रहा मुख्य आकर्षण
महिला संवाद के अंतर्गत चलाये गये संवाद रथ से 45 मिनट की वीडियो दिखाया जा रहा था. इसके माध्यम से महिलाओं को राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जा रही थी. कार्यक्रम के दौरान महिलाओं के बीच मुख्यमंत्री का संदेश पत्र और योजनाओं से संबंधित लीफलेट भी वितरित किया गया.
महिलाओं ने मंच से अपना अनुभव किया साझा
आयोजन के दौरान महिलाओं को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, साइकिल योजना, पोशाक योजना, जीविका सतत जीविकोपार्जन योजना, कस्तूरबा गांधी विद्यालय, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री मेधावी योजना, महिला सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना सहित अनेक योजनाओं की जानकारी दी गयी. जिन महिलाओं ने इनसे लाभ उठाया, उन्होंने मंच से अपना अनुभव साझा किया.
आकांक्षाएं मोबाइल एप में की गयी दर्ज
डीपीएम संजय कुमार ने बताया कि सभी आकांक्षाएं मोबाइल एप में दर्ज कर संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए भेजी जा रही हैं. कार्यक्रम की सफलता में जीविका कैडर्स, सामुदायिक समन्वयक, प्रखंड व जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा प्रशासनिक अधिकारियों की अहम भूमिका रही.
पुरुषों की भी रही सहभागिता
कार्यक्रम में जहां 2.5 लाख से अधिक महिलाओं ने भाग लिया, वहीं 20 हजार से अधिक पुरुषों की सहभागिता ने महिला संवाद को एक जन-आंदोलन का रूप दिया.
महिला सशक्तीकरण की नीति को साकार करता दिखा कार्यक्रम
संवाद कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं ने ना सिर्फ अपनी समस्याएं रखीं, बल्कि अपनी आकांक्षाओं को भी स्वर दिया. यह कार्यक्रम राज्य सरकार की महिला सशक्तीकरण नीति को ग्रामीण धरातल पर साकार करता दिखा.
महिलाओं की प्रमुख मांगें
स्वास्थ्य, शिक्षा व रोजगार से जुड़ी सुविधाएं बढ़ेंवृद्धा व विधवा पेंशन की राशि में बढ़ोतरी हो
जीविका भवन व विवाह भवन का निर्माण होनल-जल योजना का लाभ मिले
आवास व सामुदायिक शौचालय का निर्माण होपरिवहन सुविधा में वृद्धि हो
जीविका बैंक की स्थापना की जायेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

