सोनो. विगत आठ फरवरी 2025 को चरकापत्थर पुलिस ने गंडा गांव के समीप बहियार में पानी भरे गड्ढे से हीराटांड़ निवासी झगड़ू रविदास का शव बरामद किया था. उस वक्त इसे एक दुर्घटना के तौर पर देखा गया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिवार के सदस्य दावा कर रहे हैं कि झगड़ू रविदास की मौत महज एक दुर्घटना नहीं थी, बल्कि उनकी हत्या की गयी थी. हत्यारों ने हत्या के बाद उनके शव को पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया था. इस मामले को लेकर परिवार सदस्यों ने थाने में अपने गांव के ही चार लोगों का नाम दर्ज करवाते हुए उसपर हत्या करने का आरोप लगाया. तीन चार माह बीतने के बावजूद आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से मृतक के परिजनों ने एसपी से लेकर पुलिस उपमहानिदेशक, मुख्यमंत्री व मानवाधिकार आयोग तक अपनी शिकायती पत्र भेजकर हत्यारों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. 27 मई को दिये आवेदन में घटना का जिक्र करते हुए लखन रविदास ने लिखा कि उसका भाई झगड़ू रविदास तीन फरवरी को घर से गंडा गांव स्थित ब्रह्म बाबा मंदिर जाने के लिए निकला था, लेकिन लौटकर घर नहीं आया. बहुत खोजबीन करने के बाद जब वह नहीं मिला, तो उसके लापता होने को लेकर चरकापत्थर थाना में छह फरवरी को मामला भी दर्ज कराया. आठ फरवरी को उसका शव पानी भरे गड्ढे से बरामद किया गया. आश्चर्य इस बात की थी कि एक दो दिन पूर्व उसकी खोजबीन के दौरान उस गड्ढे में भी देखा गया था, लेकिन वहां कुछ नहीं था और बाद में आठ फ़रवरी को शव उसी गड्ढे से मिला. दूसरी ओर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार पेट में कहीं भी पानी नहीं था और सिर पर गहरे चोट के निशान थे. इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए स्पष्ट है कि मेरे भाई की हत्या कहीं अन्य जगह करके शव को एक दिन पूर्व उक्त पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया. लखन ने अपने ही गांव के चार लोगों पर भाई की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है. इन चारों से उनका जमीन का विवाद पूर्व से चल रहा था और विवाद के दौरान मारने की धमकी भी देता था. लखन ने स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए लिखा कि नाम दर्ज कराने के बावजूद उन चारों की गिरफ्तारी नहीं हुई. आवेदक ने आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी कर उन पर कार्रवाई करने की गुहार लगाया है. इससे पूर्व मृतक झगड़ू की पत्नी जयमंती देवी ने भी बीते 21 मार्च को इसी संदर्भ में एसपी को आवेदन दी थी. वहीं चरकापत्थर पुलिस मामले को स्पष्ट करते हुए कहते है कि शुरू में तो गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ था. शव जब बरामद हुआ तब समझा गया कि शौच के बाद पानी लेने के क्रम में पैर फिसलने से पानी में गिर गये होंगे जिससे मौत हो गयी. पोस्टमार्टम के बाद बनी नई परिस्थिति में अब चारों से पूछताछ किया जायेगा. वरीय पदाधिकारी ने चारों व्यक्ति के उस दिन और आसपास के दिन का मोबाइल लोकेशन लेकर जांच करने का निर्देश दिया है.
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