जमुई. अधिवक्ता सह खैरा प्रखंड के पूर्व जिला पार्षद समाजसेवी विश्वनाथ रावत ने सरकार से खैरा-सोनो को जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित क्षतिग्रस्त नरियाना व मांगोबंदर पुल की शीघ्र मरम्मति करवाने की मांग की. उन्होंने कहा कि जमुई जिले के खैरा प्रखंड के नरियाना पुल व मांगोबंदर पुल का मरम्मति कार्य नहीं होने से आम लोगों में काफी आक्रोश है. दोनों पुल से बड़ी गाड़ियों के नहीं चलने से क्षेत्र के लोगों को काफी नुकसान हो रहा है और काफी निराशा है. उन्होंने कहा कर खासकर चकाई प्रखंड, सोनो प्रखंड के लोगों को 18 से 20 किलोमीटर की दूरी तय कर जिला मुख्यालय आना पड़ता है. साथ ही खैरा प्रखंड के सात-आठ पंचायत खड़ाईच, बेला, कैंडी, मांगोबंदर, चूंआ, डूंडो, कागेश्वर, जीतझिंगोइ के लोगों को भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. इन दोनों पुल से बड़े वाहनों का आवागमन बंद रहने से क्षेत्र के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि इसी नरियाना पुल के बगल में प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री के तीन-तीन कार्यक्रम हुए हैं, लेकिन पुल का जीर्णोद्धार नहीं हो सका. जिले के प्रशासनिक अधिकारी व नेताओं का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं कि क्षेत्र के लोगों की परेशानी पर सुधि लें. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के किसान व मजदूर वर्ग के लोगों को जमुई जाकर बस पकड़ कर झारखंड, पटना, मुंगेर, भागलपुर जाने के लिए विवश होना पड़ता है. सरकार से मांग है कि नरियाना पुल व मांगोबंदर पुल का शीघ्र मरम्मत कार्य कर बड़ी गाड़ियों के चलने लायक बनाया जाये ताकि लोगों को जिला मुख्यालय के साथ-साथ दूरस्थ दूरी तय करने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. यह दोनों पुल मरम्मत के लिए कई वर्षों से इंतजार कर रहा है. फिर भी इसका कायाकल्प नहीं हुआ है, जिससे यहां के जनजीवन को बहुत बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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