विभाग की लचर व्यवस्था के कारण शहर के अधिकतर पोल में करंट प्रभावित होता रहता है. जर्जर व लटकते तार के मकड़जाल के कारण शहर के साथ-साथ गांवों में भी अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है.
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बिजली के जर्जर तार पर दौड़ रही है मौत लापरवाही . बिजली विभाग बेखबर
विभाग की लचर व्यवस्था के कारण शहर के अधिकतर पोल में करंट प्रभावित होता रहता है. जर्जर व लटकते तार के मकड़जाल के कारण शहर के साथ-साथ गांवों में भी अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं. इसके बावजूद विभाग सतर्क नहीं है. जमुई : शहर में विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से लोग परेशानी महसूस करने […]
जमुई : शहर में विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था से लोग परेशानी महसूस करने लगे हैं. बताते चलें कि बुधवार दोपहर स्टेडिम मैदान के सामने मुख्य मार्ग पर विद्युत पोल के सम्पर्क में आने से एक मवेशी की मौत हो गयी. बीते सोमवार को भी बिजली पोल के चपेट में आने से खैरा प्रखंड क्षेत्र के बेला गांव तीन मवेशी की मौत हो गयी थी. बताते चलें कि विद्युत विभाग की लचर व्यवस्था के कारण शहर के अधिकतर पोल में करंट प्रभावित होते रहता है. बरसात के मौसम यह जानलेवा साबित होने लगा है.
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि स्टेडियम के समीप हुए मवेशी के विद्युत करंट के चपेट में आने के बाद छटपटाते देख चरवाहा उसे बचाने को लेकर बेचरतीब दौड़ पड़ा था. लेकिन आसपास के लोगों ने जबरन उसे पकड़कर रोक लिया. लोग बताते हैं कि मवेशी को छटपटाते देख चरवाहा भी जान देने को आतुर हो रहा था. विभागीय उदासीनता के कारण जर्जर बिजली व्यवस्था जानलेवा साबित हो रही है. यह तो कुदरत की करिश्माई ताकत का नातीजा है कि अभी तक कोई इंसान इसकी चपेट में नहीं आया.
वरना विभागीय लापरवाही की कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ती. हालांकि विद्युत तार की चपेट में आकर बीते दिनों चार मवेशियों की मौत हो गयी है. जिससे मवेशी पलकों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है. लेकिन इस ओर विभागीय जिम्मेदार बेखबर बने हुए है. आए दिन कहीं न कहीं किसी न किसी की जान चली जाती है. जिले में विद्युत आपूर्ति बिछाई गई लाइनों में जर्जर हो जाने से उनके टूट कर गिरने और लटक जाने से आए दिन घटनाएं हो रही हैं.
विभाग की ओर से इन जर्जर लाइनों पर समय-समय पर अनुरक्षण कराके उनको दुरुस्त कराया जाना चाहिए. इसके साथ ही जांच विद्युत सुरक्षा निदेशालय की ओर से अनुश्रवण कराने के उपरांत उनको ऊर्जीकृत किया जाना चाहिए, ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे. लेकिन जिले के अधिकतर क्षेत्रों में पड़ी विद्युत लाइनें जर्जर हो चुकी हैं. लाइनों के जर्जर होने के साथ उनमें कसाव भी कम हो गया है. इससे वह काफी नीचे तक लटक आती हैं जो हादसे का कारण बन रही है.
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