16.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

प्रमंडलीय स्तर पर वैशाली जिले को बेस्ट ट्राॅमा सेंटर और परिवार नियोजन को मिला पुरस्कार

हाजीपुर. स्वास्थ्य सेवाओं के दो क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए वैशाली जिले को प्रमंडलीय स्तर पर सराहा और पुरस्कृत किया गया है.

हाजीपुर.

स्वास्थ्य सेवाओं के दो क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए वैशाली जिले को प्रमंडलीय स्तर पर सराहा और पुरस्कृत किया गया है. गोरौल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार और बीएचएम रेणु कुमारी को बेस्ट ट्रॉमा सेंटर के संचालन तथा जिला स्वास्थ्य समिति के एसीएमओ डॉ ब्रजेश शरण और डीसीएम कुमारी निभा सिन्हा को परिवार नियोजन के पांच इंडिकेटरों के सफल संचालन के लिए दिया गया है. वहीं प्रखंड स्तर पर पातेपुर तथा देसरी पीएचसी को यह पुरस्कार दिया गया है. इस संबंध में डीसीएम कुमारी निभा सिन्हा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जाता है. इसके लिए समय-समय पर परिवार नियोजन पखवारे का आयोजन करके महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी पर बल दिया जाता है. इसमें महिलाओं की सहभागिता पुरुषों से अधिक देखी जाती है. वहीं जनसंख्या स्थिरीकरण में पुरुषों की सहभागिता को लेकर भी सरकार लगातार प्रयासरत है. इसके लिए पुरुषों को आगे आने के लिए लगातार प्रेरित भी किया जाता है. इसी को लेकर आगामी 28 नवंबर से 12 दिसंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत पुरुष नसबंदी पखवारे का आयोजन किया जा रहा है. इसका मुख्य मकसद इस पखवाड़े में पुरुष नसबंदी को बढ़ावा दिया जाना और नसबंदी के प्रति पुरुषों को आगे आने के लिए प्रेरित किया जाना है. अभियान के दौरान जिले के सभी अस्पतालों के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

महिला बंध्याकरण की अपेक्षा पुरुष नसबंदी अत्यधिक सरल और सुरक्षित

सिविल सर्जन श्यामनंदन प्रसाद ने बताया कि परिवार नियोजन सेवाओं को सही मायने में धरातल पर उतारने और समुदाय को छोटे परिवार के बड़े फायदे की अहमियत समझाने की हरसंभव कोशिश सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनवरत की जा रही है. यह तभी फलीभूत हो सकता है जब पुरुष भी खुले मन से परिवार नियोजन साधनों को अपनाने को आगे आएं और उस मानसिकता को तिलांजलि दे दें कि यह सिर्फ और सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी है. पुरुष नसबंदी से शारीरिक कमजोरी आती यह गलत धारणा है. इसको मन से निकालकर यह जानना बहुत जरूरी है कि महिला बंध्याकरण की अपेक्षा पुरुष नसबंदी अत्यधिक सरल और सुरक्षित है.

दो और तीन बच्चों के पिता को किया जायेगा जागरूक

अभियान के दौरान दो और तीन बच्चों के पिता को पुरुष नसबंदी करवाने के लिए प्रेरित किया जायेगा. इसके साथ ही एक बच्चे के पिता को परिवार नियोजन के अस्थायी उपाय के रूप में कंडोम इस्तेमाल करने और दो और तीन बच्चों के पिता को पुरुष नसबंदी करवाने के लिए प्रेरित करते हुए इसके लिए आवश्यक साधन उपलब्ध कराये जायेंगे.

मामूली शल्य प्रक्रिया है पुरुष नसबंदी

सिविल सर्जन ने बताया कि पुरुष नसबंदी मामूली शल्य प्रक्रिया है.यह महिला नसबंदी की अपेक्षा अधिक सुरक्षित और सरल है. इसके लिए न्यूनतम संसाधन, बुनियादी ढांचा और न्यूनतम देखभाल की आवश्यकता है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel