लालगंज. घर से बारात निकलने के दौरान सोमवार गंडक नदी में डूबे एक व्यक्ति का शव मंगलवार को 24 घंटे बाद बरामद कर लिया गया. एसडीआरएफ की टीम ने हाजीपुर के नजदीक पुल के पास से शव को बरामद किया है. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया है. घटना के बाद घर में शादी का माहौल मातम में बदल गया है. लालगंज थाना क्षेत्र स्थित बसंता जहानाबाद में हुई घटना के बाद इलाके में मातम पसरा है. घर से निकलने वाली बरात भी सोमवार को नहीं निकली थी. बताया जाता है कि लालगंज थाना क्षेत्र की बसंता जहानाबाद पंचायत के बलहा बसंता गांव निवासी देवेंद्र सहनी के घर में शादी समारोह था. देवेंद्र सहनी के पुत्र बिक्कू की शादी होनी थी और सोमवार को बारात निकलने वाली थी. घर में जश्न का माहौल था. दरवाजे पर भोजन बन रहा था. घर की महिलाएं मंगल गीत गा रही थीं. दूल्हे को हल्दी लगायी जा रही थी. इस समारोह में दूल्हा बिक्कु के जीजा सिरसा बिरन पंचायत के छितरौली गांव निवासी केशव सहनी के पुत्र संजय सहनी भी आये हुए थे. बारात निकलने की तैयारियों के बीच संजय सहनी के पुत्र और उनके साढू के पुत्र गंडक नदी में नहाने गये थे. नहाने के दौरान दोनों डूबने लगे. इसकी सूचना संजय सहनी को मिली. सूचना पर संजय बच्चे को बचाने के लिए नदी में कूद गये. वहीं नदी किनारे दाह-संस्कार में आये कुछ लोगों ने डूबते बच्चे और उनके पिता को देखा, तो हंगामा हो गया. इन लोगों के काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को तो बचा लिया गया, लेकिन संजय सहनी नदी में डूब गये. डूबने की सूचना पर बसंता जहानाबाद पंचायत के मुखिया गणेश राय ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. सूचना के बाद शव को खोजने के लिए स्थानीय गोताखोर समेत एसडीआरएफ की टीम ने भी काफी मशक्कत की, लेकिन सोमवार को शव बरामद नहीं हो सका था. दूसरे दिन मंगलवार को फिर से एसडीआरएफ की टीम ने शव की खोजबीन शुरू की. बहुत मेहनत के बाद एसडीआरएफ की टीम ने शव को घटनास्थल से लगभग 10 किलोमीटर दूर से बरामद कर लिया. घटना के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है. इसके साथ ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है.
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