हाजीपुर. नए साल में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ी पहल की गई है. संभावना है कि नए वर्ष में लगभग 80 नये स्वास्थ्य उपकेंद्र लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएंगे. जिले में 150 से अधिक नए उपकेंद्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया है, जबकि 80 से अधिक उपकेंद्रों के भवन निर्माण की स्वीकृति भी मिल चुकी है.
इन उपकेंद्रों के बनने से गांवों में रहने वाली महिलाओं और बच्चों को टीकाकरण तथा अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जिला और प्रखंड मुख्यालय तक नहीं जाना पड़ेगा. वर्तमान समय में जिले में 337 स्वास्थ्य उपकेंद्र संचालित हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अब पांच हजार की जनसंख्या पर उपकेंद्र स्थापना को मंजूरी दी है.जिले में कुल 337 स्वास्थ्य उपकेंद्र संचालित
वैशाली जिले की आबादी लगभग 47 लाख है, लेकिन केवल 337 स्वास्थ्य उपकेंद्र ही संचालित हैं. इस अनुपात के अनुसार जिले में लगभग 950 उपकेंद्र होने चाहिए, इसलिए अभी भी लगभग 600 केंद्रों की जरूरत है. कई गांव ऐसे हैं, जहां के लोगों को इलाज के लिए 10-15 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. इस योजना के सफल होने पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को काफी लाभ मिलेगा.नये स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाने के लिए जमीन की तलाश जारी
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर वैशाली जिले में 160 से अधिक उप स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण कराया जाना है. इस क्रम में अब तक 40 नए स्वास्थ्य उपकेंद्रों के लिए जमीन की तलाश पूरी हो गई है, जबकि शेष का कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. इन केंद्रों के संचालन से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा. स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर गर्भवती महिलाओं और बच्चों के टीकाकरण के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे.जिले में अस्पतालों की वर्तमान व्यवस्था
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की पूरी व्यवस्था इस प्रकार है: सदर अस्पताल के अलावा उप-मंडल अस्पताल-3, रेफरल अस्पताल-3, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-16, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-34, स्वास्थ्य उपकेंद्र-337, पहला रेफरल यूनिट-5, एसएससीयू-1, 24 घंटे अलर्ट पीएचसी-13, 24 घंटे अलर्ट एपीएचसी-8, ओपीडी ड्रग-76, रक्त बैंक-1, लैब टेस्ट-18, एक्स-रे-18 और एक अल्ट्रासाउंड सुविधा उपलब्ध है.मुख्यालय को भेजी गयी सूची
हेल्थ डीपीएम डॉ. कुमार मनोज ने बताया कि मानक के अनुसार पांच हजार आबादी पर एक स्वास्थ्य उपकेंद्र होना चाहिए. हालांकि कुछ पंचायतों में 15 हजार तक आबादी है. इसलिए औसत के अनुसार 10 हजार की आबादी पर एक केंद्र के लिए 80 जगहों की प्रारंभिक सूची मुख्यालय को भेजी गई है. मानक के अनुसार 20 हजार की आबादी पर एपीएचसी और 1 लाख से अधिक आबादी पर पीएचसी स्थापित किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

