राहुल कुमार राय, हाजीपुर. गेहूं व अन्य रबी फसल की खेती करने वाले किसानों में आक्रोश है. जिले में रबी के 14477.04 क्विंटल बीज बांटने का लक्ष्य है, लेकिन केवल 4201.33 ही अब तक वितरण किया गया है. बीज की कम उपलब्धता से किसान काफी चिंतित हैं. समय पर अनुदान पर बीज नहीं मिलने से वे अधिक दाम पर बीज खरीद कर बोआई कर रहे हैं. अधिक दाम पर बीज मिलने से ज्यादातार किसान बोआई नहीं कर पाये हैं.
सबसे ज्यादा समस्या गेहूं की बोआई करने वालों किसानों को हो रही है. आवेदन के बाद भी उन्हें अनुदान पर बीज नहीं मिल रहा है. वे इ-किसान भवनों की खाक छान रहे हैं. प्रखंडों के बीज वितरक का कहना है कि बिहार राज्य बीज निगम द्वारा जरूरत से काफी कम बीज उपलब्ध कराने की वजह से ऐसी नौबत आई है. इतना ही नहीं कई फसलों के बीज डिमांड भेजने के बाद भी अब तक बीज भेजा नहीं गया है. थोड़ी राहत यह कि सरसों, चना, मसूर, मटर, हरा मटर व तीसी के बीज बांटे जा रहे है. जैसे ही गेंहू की बीज उपलब्ध होगी, वैसे ही वितरण भी जल्द शुरू कर दिया जायेगा.इस बाद गेहूं का 12158.80 क्विंटल बीज बांटने का लक्ष्य है. लेकिन, जिले को बिहार राज्य बीज निगम द्वारा अब तक महज 4029.40 क्विंटल बीज की मुहैया कराया गया है. इसमें से भी अबतक करीब 2959.40 क्विंटल का ही वितरण किया गया है.
15 नवंबर से शुरू हो चुकी गेहूं की बोआई
किसानों का कहना है कि पहले बारिश की मार, अब बीज के लिए परेशान होना पड़ रहा है. चिंता यह कि देर से खेती शुरू होगी तो उपज प्रभावित होगी. गौसपुर ईजरा के किसान नवल किशोर राय, उपेंद्र राय, राम बालक राय, जय प्रकाश सिंह, संजय सिंह ने बताया कि खुले बाजार में बीज काफी महंगा मिल रहा है. अनुदान पर बीज समय पर नहीं मिल पा रहा है. 15 नवंबर से गेहूं के बोआई शुरू हो चुका है. उम्मीद यह थी कि तब तक अनुदान पर बीज मिल जाएगा. लेकिन, गेंहू की खेती करनेवालों को मायूसी हाथ लग रही है. एक तो किसानों को मोथा तूफान के कारण धान के खेतों में अभी तक पानी लगा हुआ है. जिसे किसानों ने हैड पंप से पानी को निकाल कर खेतों से धान की फसल की कटाई किया जा रहा है. जिससे खेतों में नमी के कारण बुवाई प्रभावित होते दिख रही है.
क्या कहते हैं किसान
गेहूं की बुआई का सही समय मध्य नवंबर से 25 नवंबर के बीच होता है, जिसमें 10 से 20 नवंबर सबसे उपयुक्त समय माना जाता है. लेकिन कृषि विभाग से अभी तक बीज नहीं मिलने से खेतों में बुआई नहीं हो पाई है.रंजीत कुमार साह,
गौसपुर ईजरा 18 नवंबर बीत जाने के बाद भी कृषि विभाग द्वारा बीज नहीं दिया गया है. बाजारों में अधिक दाम पर बीज दिया जा रहा है. पैसे के अभाव में अब तक बुआई नहीं हो पायी है.नवल किशोर राय
, किसान, गौसपुर ईजरा धान की कटाई पूरी होने के बाद, गेंहू की बुआई 5 से 25 नवंबर के बीच होता है, लेकिन अभी प्रखंड में गेंहू की बीज नही रहने के कारण खेती की बुआई में देरी हो रही है.दीपू कुमार,
किसान, चकरव्या दो दिनों से गेंहू के बीज के लिए प्रखंड में चक्कर लगा रहे है. लेकिन प्रखंड में गेंहू के बीज नहीं रहने के कारण लौट कर घर आ गये. कर्मी ने बताया कि एक से दो दिन में गेंहू का बीज आ जाएगा.सोनफी राय,
गौसपुर ईजराक्या कहते है पदाधिकारी
बिहार राज्य बीज निगम से जिले में रबी फसल 2025-26 के लिए बीज प्राप्त हुआ है. जिसे सभी प्रखंडों को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप बीज वितरण के लिए दिया गया है. सभी प्रखंडों में बीज वितरण किया जा रहा है. कुछ प्रखंडों में बीज वितरण के बाद बीज खत्म हो गया है. जैसे ही बीआरबीएन से बीज मुहैया होते ही गेंहू के बीज का वितरण किया जायेगा. हालांकि, चना, सरसों, मटर, तीसी, मसूर,हरा मटर बीज का वितरण किया जा रहा है. पहले आओ-पहले पाओ योजना के अनुसार बीज का वितरण किया जा रहा है.विकास कुमार,
जिला कृषि पदाधिकारीगेंहू के बीज वितरण का प्रखंडवार आंकड़ा (क्विंटल में)
प्रखंड लक्ष्य वितरणभगवानपुर 494 0बिदुपुर 564 175.20चेहराकला 282 91.20देसरी 188 106.40गोरोल 328.80 276.80हाजीपुर 634.80 427.60जदांहा 541 279.60लालगंज 518 347.20महनार 352.40 82महुआ 611.20 105.60पटेढी बेलसर 212 106.40पातेपुर 752.40 0राधोपुर 470 560.80राजापाकर 306 75.20सहदेई बुजुर्ग 258.40 66.40वैशाली 376 216.40डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

