बिदुपुर. मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के अंतर्गत किसानों को बीज वितरण में भारी अनियमितता और अव्यवस्था का मामला सामने आया है. किसानों को किसान भवन बुलाकर घंटों लाइन में खड़ा रखा गया, लेकिन बीज नहीं मिलने से गुरुवार को आक्रोशित किसानों ने किसान भवन पर जमकर हंगामा किया. स्थिति बिगड़ते देख किसान सलाहकार मौके से खिसक गये. बाद में स्थानीय बुद्धिजीवियों और जनप्रतिनिधियों के समझाने-बुझाने पर मामला शांत हुआ.
बीते तीन दिनों से बड़ी संख्या में किसान बीज लेने के लिए किसान भवन पहुंच रहे थे. किसानों का कहना है कि घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद कभी सर्वर डाउन, तो कभी बायोमेट्रिक न मिलने का बहाना बनाकर उन्हें लौटा दिया जा रहा था. कई किसान अपने खेती-बारी का काम छोड़कर रोजाना दिनभर लाइन में लगे रहे, लेकिन बीज नहीं मिलने से उनमें गहरा आक्रोश व्याप्त है. बुधवार को पूरा दिन सर्वर ठप रहने से वितरण प्रभावित रहा, जबकि गुरुवार को सर्वर चालू हुआ तो बायोमेट्रिक मशीन काम नहीं कर रही थी.एक एजेंसी पर पांच प्रखंडों में वितरण का भार
सूत्रों के अनुसार, बरांटी नामक एजेंसी को बिदुपुर के अलावा देसरी, जंदाहा, महनार और सहदेई बुजुर्ग प्रखंडों में भी बीज वितरण की जिम्मेदारी दी गई है. ऐसे में बड़े ट्रक से बीज अन्य प्रखंडों में भेजे जा रहे थे. इससे नाराज किसानों ने ट्रक और पिकअप को रोक लिया और हंगामा करने लगे. किसानों का आरोप है कि बिदुपुर के किसानों को वंचित कर एजेंसी अन्य जगहों पर बीज भेज रही है.किसानों के दर्द की जुबानी
बिशनपुर सैदअली के किसान महेंद्र राय ने कहा, तीन दिनों से बीज के लिए आ रहे हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं मिला. चांदपुरा सैदावाद के धीरज लाल सिंह ने बताया, खेत की बोआई छोड़कर कल दिनभर लाइन में रहे, आज भी हैं, फिर भी बीज नहीं मिला.चकमसुद के राज कुमार सिंह ने कहा, बीज वितरण की व्यवस्था इतनी खराब है कि अब बीज लेने की हिम्मत नहीं बची. अमेर गांव के हीरा राय बोले, भूखे-प्यासे लाइन में खड़े रहे, लेकिन लगता है बीज देने की नीयत ही नहीं है. हरपुर गोपाल के हरिनाथ पांडेय ने कहा, हम लोग ट्रक को रोक कर रखे हैं, बीज कहीं और भेजा जा रहा है.
ऑनलाइन प्रक्रिया से हो रहा वितरण
बीज लेने के लिए किसानों को पहले ऑनलाइन पंजीकरण करना होता है. पंजीकरण के बाद स्वीकृत मैसेज मिलने पर डिमांड नंबर जनरेट होता है. इसके बाद किसान अपने डिमांड नंबर, किसान रजिस्ट्रेशन व आधार कार्ड के साथ किसान भवन पहुंचते हैं. वहां एजेंसी कर्मी बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन कर बिल काटते हैं, तभी बीज मिलता है.
सर्वर डाउन रहने से समस्या
प्रखंड कृषि पदाधिकारी अजीत कुमार शर्मा ने बताया कि सर्वर डाउन रहने से दो दिनों तक वितरण प्रभावित हुआ. बुधवार को कुछ किसानों को बीज दिया गया था. गुरुवार को एजेंसी का डिवाइस खराब होने से वितरण कार्य ठप रहा. एजेंसी को दो डिवाइस रखने चाहिए थे, ताकि ऐसी स्थिति न बने.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

