हाजीपुर. जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत लगे जांच शिविर में क्लेफ्ट लिप (फटे होंठ) और पैलेट (फटे तालु) से पीड़ित छह बच्चे मिले. लव विथाउट रीजन फाउंडेशन के सहयोग से उनकी जांच करायी गयी. जांच बाद सर्जरी कराने के लिए उन्हें शनिवार क़ो रीजंस बियॉन्ड मेडिकल यूनियन सोसाइटी, द डांकन अस्पताल, रक्सौल, इस्ट चम्पारण सर्जरी के लिए भेजा गया. जन्म से जितने भी विकार होते हैं, उनमें क्लेफ्ट लिप यानी फांक होंठ या तालु सबसे आम हैं. कई बार यह माता-पिता से भी बच्चे को हो सकते हैं. क्लेफ्ट लिप एक बड़ी समस्या है, लेकिन इसका इलाज संभव है. सर्जरी के माध्यम से बच्चे की शक्ल को फिर से सामान्य किया जा सकता है. जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज, जिला लेखा प्रबंधक डॉ अमित आनंद, जिला सामुदायिक उत्तप्रेरक निभा रानी सिन्हा औऱ डॉ शाइस्ता, डीइआइसी प्रबंधक-सह-समन्वयक आरबीएसके की उपस्थिति में बच्चों को जिला स्वास्थ्य समिति, वैशाली से तीन 102 एम्बुलेंस के माध्यम से भेजा गया. साथ ही फार्मासिस्ट अमर कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, लालगंज को बच्चों के अभिभावक और अस्पताल संस्थान के साथ समन्वय स्थापित करने हेतु बच्चों के साथ रक्सौल भेजा गया.
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