हाजीपुर. दाखिल-खारिज के नाम पर 27 हजार रुपये रिश्वत लेने की सूचना बुधवार की शाम में जैसे ही डीएम यशपाल मीणा को हुई, तत्काल उन्होंने एसडीओ को मामले की जांच एवं कार्रवाई करने को कहा. इसके बाद प्राप्त सूचना के आधार पर तुरंत सदर थाना क्षेत्र के शुभई के पास एक साइबर कैफे पर छापा मारा गया. छापेमारी के क्रम में हाजीपुर अंचल कार्यालय के राजस्व कर्मचारी सुबोध कुमार वर्मा द्वारा बिचौलिया के माध्यम से 27 हजार रुपये लेने की पुष्टि हुई. इस मामले में आरोपित के विरुद्ध सदर थाना में प्राथमिकी कर आगे की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. इस संबंध में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी नीरज द्वारा जानकारी दी गई कि हाजीपुर प्रखंड में दाखिल खारिज के लिए दो मामले के लिए स्थानीय नेयाज खान ने आवेदन दिया था. दाखिल खारिज संख्या 632/2526 और 86/2526 के लिए लगातार कई दिनों से राजस्व कर्मचारी सुबोध कुमार वर्मा से आवेदनकर्ता मिल रहे थे. कर्मचारी से मिलने के बाद कर्मचारी ने नेयाज खान को शुभई के पास एक साईबर संचालक के पास भेजा. जहां दोनों दाखिल खारिज के लिए रिश्वत की मांग की गई, जिसके बाद नेयाज खान ने आन लाइन 27 हजार रुपये दे दिया, लेकिन इससे ज्यादा रुपये की मांग की जाने लगी. आवेदनकर्ता द्वारा जब रुपया नहीं होने की बात कही गई, तो आब्जेक्शन लगा दिया गया. इसके बाद बुधवार की शाम परेशान आवेदनकर्ता ने डीएम यशपाल मीणा को फोन पर सूचना दी. डीएम को जैसे ही ये सूचना मिली आनन फानन में इन्होंने हाजीपुर एसडीओ को पूरे मामले की जांच और कार्रवाई का निर्देश दिया. जिसके बाद तत्काल शुभई चौक स्थित साइबर कैफे पर छापा मारा गया. पदाधिकारियों के वाहनों को देखकर बिचौलिया राजेश कुमार और विनय कुमार मौके से फरार हो गया. लेकिन मौके से उसका मोबाइल और लैपटाप जब्त कर लिया गया. जांच में आवेदनकर्ता नेयाज खान के आरोपों की पुष्टि हुई और मनी ट्रांजेक्शन की पुष्टि हुई. जब्ती सूची सदर थाना को सौंपा गया है और इस मामले में प्राथमिकी करने की कार्रवाई की जा रही है.
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