हाजीपुर. वैशाली जिला विद्यालय स्तरीय अंडर 16 शतरंज प्रतियोगिता का शनिवार को समापन हुआ. दो दिवसीय प्रतियोगिता का फाइनल स्थानीय शिक्षा भवन में खेला गया. मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) राजन कुमार गिरि एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) शशिरंजन कुमार के बीच शतरंज का मुकाबला हुआ. वैशाली जिला शतरंज संघ के सचिव राष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी दिलीप कुमार भगत के मार्गदर्शन में प्रतियोगिता आयोजित हुई. शतरंज की तकनीकी पदाधिकारी रश्मि प्रिया, अश्विनी आनंद, अभिजीत के साथ साक्षी राय, ज्योति यादव, रीशन कुमारी, धीरज कुमार वर्मा, प्रमोद कुमार, नरेंद्र प्रसाद सिंह, सतीश कुमार रंजन समेत टेक्निकल टीम के सभी सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभायी. प्रतियोगिता के सेकेंड राउंड के 18 प्रतिभागियों के बीच नौ पेयर में खेल शुरू हुआ. प्रतिभागियों के बीच रोचक मुकाबला देखा गया. खेल के दौरान बच्चे काफी उत्साहित दिखे. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया. वहीं, प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सेकेंड राउंड के प्रतिभागियों को मेडल, शिल्ड एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.
सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं
मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजन कुमार गिरि ने कहा कि सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है. उसे निखारने की जरूरत है. शतरंज प्रतियोगिता बच्चों में आत्मविश्वास, तार्किक सोच तथा समस्या-समाधान कौशल को विकसित करने में मदद करती है. यह खेल बच्चों को रणनीति बनाने, योजना बनाने और चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करता है. इससे उनका मानसिक विकास होता है. कार्यक्रम का संचालन करते हुए भारत स्काउट एवं गाइड के जिला संगठन आयुक्त ऋतुराज ने कहा कि शतरंज के खेल से बच्चों में गंभीर चिंतन की प्रवृति बढ़ती है. प्रतियोगिता के विजेता पीयूष राज को प्रथम पुरस्कार, उपविजेता बबलू कुमार को द्वितीय एवं परितोष तथा चक्रपाणि को तृतीय पुरस्कार दिया गया. प्रतियोगिता के संचालन में समग्र शिक्षा के मीडिया प्रभारी जियाउल हक, खुर्शीद अख्तर, स्काउट मास्टर नरेंद्र प्रसाद सिंह, जितेश कुमार आदि ने योगदान दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है