हाजीपुर
. सदर अस्पताल में बुधवार को एनसीडी कार्यक्रम के अंतर्गत अत्याधुनिक ओटोएकॉस्टिक एमिशन मशीन स्थापित की गई है. यह मशीन नवजात शिशुओं से लेकर छोटे बच्चों तक की सुनने की क्षमता की जांच के लिए एक आधुनिक और पूर्णतः सटीक तकनीक प्रदान करती है. इसकी विशेषता है कि 0 से 6 माह के नवजातों सहित अन्य बच्चों की सुनवाई जांच कुछ ही मिनटों में सरलता और सटीकता से हो जाती है.पहले सुनने की समस्या का समय पर पता न चलने के कारण कई बच्चे स्थायी बहरेपन का शिकार हो जाते थे. लेकिन यदि नवजात अवस्था में सुनवाई संबंधी समस्या का पता चल जाए, तो समय रहते उसका उपचार संभव है, जिससे बच्चा सामान्य रूप से बोलना सीख सकता है. नवजात शिशु अपनी समस्या व्यक्त नहीं कर पाते, इसलिए जन्म के तुरंत बाद सुनवाई जांच अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है.सदर अस्पताल में पहली बार इस उन्नत मशीन के स्थापित होने से जिलेवासियों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा मिली है. यह मशीन केवल बच्चों ही नहीं, बल्कि वयस्कों की सुनने की क्षमता की जांच में भी कारगर सिद्ध होगी.ओटोएकॉस्टिक एमिशन मशीन को स्थापित करने में सिविल सर्जन डॉ. श्यामनंदन प्रसाद, एनसीडी डायरेक्टर डॉ. राजेश साहु, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. गुड़िया कुमारी और डीपीएम मनोज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इस मशीन से सुनवाई की जांच ईएनटी विशेषज्ञ डॉ सुमित कुमार द्वारा की जाएगी. यह सुविधा प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को उपलब्ध रहेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

