प्रेमराज. प्रेमराज को फिर से प्रखंड का दर्जा देते हुए पुनर्स्थापित करने की मांग को लेकर जिला पार्षद मनोज कुमार ठाकुर ने पंचायती राज्य मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता को ज्ञापन सौंपा है. मंत्री को दिये गये ज्ञापन में बताया कि प्रेमराज प्रखंड होने की सारी अर्हताओं को पूरा करता है. नब्बे के दशक में गोरौल से अलग होकर यह प्रखंड अपने अस्तित्व में आया था. सात पंचायतों को मिलाकर प्रेमराज प्रखंड बनाया गया था. प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर सभी संबंधित फाइलों का निष्पादन किया करते थे. अचानक प्रखंड कार्यालय को विघटित व विस्थापित कर पुन: गोरौल प्रखंड से जोड़ दिया गया. जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
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