बिदुपुर. बिदुपुर प्रखंड के चकसिकंदर स्थित राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, वैशाली में आधुनिक ड्रोन तकनीक पर एक साप्ताहिक कार्यशाला का आयोजन किया गया. सी-डैक पटना और महाविद्यालय के स्टार्टअप सेल के संयुक्त तत्वावधान में यह कार्यशाला 24 से 29 मार्च तक चलेगी. कार्यशाला का शुभारंभ शुक्रवार को सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो मुकेश कुमार, जिला स्टार्टअप सेल के समन्वयक इंजीनियर देवाशीष कुमार, मुख्य अतिथि एवं वैज्ञानिक कमांडर विवेक कुमार यादव, प्रो इंचार्ज सुमित लाल और प्रो आलोक कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनंत कुमार ने बताया कि बीटेक छात्र-छात्राओं के बेहतर प्लेसमेंट को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है. इसी कड़ी में ड्रोन तकनीक पर आधारित इस बूटकैंप का आयोजन किया गया है.
2030 तक भारत को ड्रोन हब बनाने का लक्ष्य
सी-डैक पटना के वरिष्ठ निदेशक आदित्य कुमार सिन्हा ने बताया कि यह कार्यक्रम भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के निर्देश पर संचालित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को ड्रोन तकनीक के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना है, ताकि वर्ष 2030 तक भारत ड्रोन तकनीक के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित हो सके. कार्यक्रम के संयोजक प्रो आलोक कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला में सी-डैक पटना के ज्वाइंट डायरेक्टर विवेक कुमार, वैज्ञानिक हरिहरन कृष्णन, बावने सुभाष और प्रोजेक्ट इंजीनियर सिद्धांत द्वारा विभिन्न विभागों से 38 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बीटेक के छात्र आदित्य रंजन को छात्र-छात्राओं का प्रतिनिधित्व करने का जिम्मा सौंपा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है