हाजीपुर. जिला प्रशासन के भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत वैशाली जिले में अब तक आठ राजस्व कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है. अब एक अन्य राजस्व कर्मचारी सुबोध कुमार वर्मा की निलंबन की कार्रवाई शुरू हो गई है. हाजीपुर अंचल में दाखिल-खारिज के कार्य में बिचौलिए के माध्यम से घूसखोरी के मामले में एफआइआर दर्ज करते हुए राजस्व कर्मचारी सुबोध कुमार वर्मा के निलंबन की कार्रवाई शुरू की गई है. इस मामले में गुरुवार को सदर थाना में कांड संख्या 384/ 25 दर्ज की गई है. इस मामले में राजस्व कर्मचारी के साथ दो बिचौलिया राजेश कुमार और विनय कुमार पर भी प्राथमिकी कराई गई है.
राजस्व कर्मचारी ने 27 हजार रुपये की मांग की थी
इस मामले में हाजीपुर प्रखंड के रहने वाले नेयाज खान ने डीएम को दिए अपने आवेदन में कहा कि अपने भाई और बहनोई के द्वारा जमीन खरीद के बाद दाखिल खारिज हेतु आवेदन किया गया. जब उक्त दाखिल खारिज नहीं हो रहा था, तब शिकायतकर्ता राजस्व कर्मचारी सुबोध कुमार वर्मा के पास गए. कर्मचारी ने कहा कि शुभई चौक पर राजेश कुमार साइबर कैफे वाला और विनय कुमार से मिलिए, काम हो जाएगा. दाखिल खारिज के लिए बिचौलिए राजेश कुमार ने पे फोन के माध्यम से 27 हजार रुपए लिया. इसके कुछ दिनों के बाद बिचौलिए द्वारा इस कार्य के लिए फिर से 20 हजार रुपये की मांग की गई. जब दोबारा पैसा नहीं मिला तो राजस्व कर्मचारी ने दाखिल खारिज के मामले में आपत्ति डाल दिया.
डीएम से लगायी थी गुहार
इसके बाद परेशान परिवादी नेयाज ने डीएम से गुहार लगायी. जिसके बाद डीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) तथा एसडीएम हाजीपुर को औचक छापेमारी का निर्देश दिया. शुभई चौक के बिचौलिए राजेश कुमार ने ज्यों ही छापेमारी दस्ते की गाड़ियों को देखा, दुकान खुला छोड़ भाग निकला. टीम ने दुकान से उसका मोबाइल, लैपटाप और कुछ नगदी बरामद किया. इस मामले के प्रारंभिक जांच में पैसे का ट्रांजेक्शन प्रमाणित हो गया. जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है.ये आठ राजस्व कर्मचारी हो चुके निलंबित
भ्रष्टाचार के मामले में डीएम की कार्रवाई में अब तक आठ राजस्व कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है. इनमें अरुण कुमार पासवान (हाजीपुर अंचल), पुरुषोत्तम कुमार ( हाजीपुर अंचल), राम लखन सिंह (भगवानपुर अंचल), राहुल कुमार ( हाजीपुर अंचल), धर्मेंद्र कुमार (महनार अंचल), अनवारूल हक (गोरौल अंचल), संजय कुमार दास (हाजीपुर अंचल) और अवधेश कुमार (लालगंज अंचल) शामिल हैं।
पारदर्शी प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध : डीएम
ऐसे मामलों को लेकर डीएम यशपाल मीणा ने कहा कि जिला प्रशासन एक पारदर्शी प्रशासन के लिए प्रतिबद्ध है. पदाधिकारी और कर्मियों में सत्यनिष्ठा और कर्तव्यपरायणता आवश्यक है. भ्रष्ट और कार्य के प्रति लापरवाह कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि आमजन तक सरकार की सेवाओं को बिना किसी अवरोध के पहुंचा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है