हाजीपुर. बरसात से पहले ही नगर परिषद प्रशासन शहरी क्षेत्र के नालों की साफ-सफाई कराने में जुट गयी है. शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नाला का सफाई के साथ ही कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त नालों की मरम्मत भी करायी जा रही है. जिससे बरसात के दिनों में शहर के लोगों को जल जमाव की समस्या नहीं झेलनी पड़े. नगर परिषद प्रशासन ने शहर के अस्पताल रोड, डाक बंगला रोड, सिनेमा रोड, कौनहारा घाट रोड आदि में जाम नाले की सफाई करा रही है. नाला सफाई के दौरान कीचड़ को सड़क किनारे कई दिनों तक पड़े रहने के कारण दुर्गंध से लोगों को परेशानी भी हो रही है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि बरसात के दिनों में शहर में जलजमाव की समस्या को देखते हुए युद्ध स्तर पर नालों की साफ सफाई का कार्य कराया जा रहा है. बताया गया कि शहर को जलजमाव से मुक्त रखने के लिए जिला पदाधिकारी के निर्देश पर नाला सफाई का कार्य कराया जा रहा है. इसके लिए सभी 45 वार्डों में नाला निर्माण के साथ बंद नाले की सफाई करा कर उसे चालू करने के लिए रोस्टर बनाया गया है. रोस्टर के अनुसार सभी क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त नालों की मरम्मत भी करायी जा रही है. निर्धारित समय सीमा के भीतर नाला सफाई का कार्य पूरा करने के लिए पर्याप्त संख्या में मजदूर के साथ जेसीबी को भी कार्य में लगाया गया है. सभापति डॉ संगीता कुमारी ने बताया कि शहर में कुल 44 बड़ा नाला है, जिससे शहर का गंदा पानी बाहर निकलता है. इसके अलावे शहर में कुल 4 सौ से अधिक छोटे एवं बड़े नाले है. अब तक 16 बड़े नाले की सफाई कार्य पूरा हो चुका है.
अधिकांश स्थानों पर नाला का ढक्कन हो रहा क्षतिग्रस्त
स्थानीय लोगों ने बताया कि एक तरफ नगर परिषद प्रशासन नाला की सफाई करा रही है. वहीं दूसरी ओर सड़क पर कीचड़ छोड़ देने के कारण स्थानीय लोग व राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बताया कि जेसी से नाला का ढक्कन जेसीबी से हटाने के कारण अधिकांश स्थानों पर ढक्कन क्षतिग्रस्त हो जा रहा है. वैसे स्थानों पर खुला नाला छोड़ देने से शहर का कचरा लोग नाला में डाल देते है. इससे एक तरफ सफाई के साथ ही दूसरे तरफ नाला जाम हो रहा है. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि मई के मध्य तक शहर के सभी बड़े एवं छोट नालों की साफ सफाई का कार्य पूरा कर लेने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए सभी क्षेत्रों में रोस्टर के अनुसार सफाई का कार्य कराया जा रहा है. बताया गया कि लगभग आधा शहर में नालों की सफाई का कार्य पूरा कराया जा चुका है. इसकी मॉनिटरिंग के लिए नगर प्रबंधक के साथ अन्य पदाधिकारी को भी तैनात किया गया है. सभापति डॉ संगीता कुमारी भी स्वयं नाला सफाई कार्य पर नजर रख रही है. नाला से निकलने वाले कचड़े को शहर से बाहर फेंक दिया जाता है. ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है