गोपालगंज. उफ! यह गर्मी जान ले लेगी क्या. हर जुबान से यह शब्द निकल रहे थे. गर्मी का सितम अब बर्दाश्त से बाहर होने लगा है. इस सीजन में पहली मर्तबा मंगलवार को गोपालगंज की सड़कों,ऑफिस और भवनों से आंच निकलती महसूस हुई. 40.4 डिग्री सेल्सियस के साथ पारा 2025 के टॉप पर पहुंच गया.
गर्मी ने सभी को किया परेशान
पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने की वजह से गर्मी का ये रौद्र रूप देखने को मिला है. पूरे दिन गर्म हवा भी 5-15 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही थी. सड़क धधक उठी. बाइक से चलने वाले को पिच से निकलने वाली आंच चेहरे को झुलसा रही थी. कपड़े से लोग मुंह को ढक कर बाहर निकले. सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. घरों में भी लोग बेचैन रहे. उमस भरी गर्मी ने सबको परेशान कर दिया. लोग कह रहे हैं कि बैशाख में यह हाल है, तो अभी जेठ पूरी बाकी है.
11 बजे तक ही पारा 40 के पार
मंगलवार की सुबह के 8:30 बजे तक आसमान में बादलों जैसे हालात रहे. उसके बाद से तीखी धूप की वजह से पारा 30 डिग्री और 11 बजे तक 40 डिग्री के पार कर गया. वहीं दोपहर के एक बजते-बजते तापमान 41 डिग्री तक आ गया और शाम 6 बजे तक 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अधिकतम पारा सामान्य से 2.7 डिग्री ज्यादा और रात में 4.1 डिग्री ऊपर जाकर 26.4 डिग्री पर चला गया. आर्द्रता 39% पर रहा. जबकि हवा 11.4 किमी की रफ्तार से चलती रही.
पुरवा हवा भी बढ़ा रही गर्मी
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय ने कहा कि आगे गर्मी का तेवर तेजी से बढ़ेगा. अभी तो ये शुरुआत है. मौसम विज्ञान विभाग ने 24 और 26 अप्रैल को हीट वेव का येलो अलर्ट जारी कर दिया है. अगले पांच दिनों तक तापमान में 3-4 डिग्री तक बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है. अप्रैल महीने में तापमान 42 डिग्री के ऊपर भी जा सकता है. पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो गया है, लेकिन पुरवा का सिलसिला जारी है.रविवार से तीन दिनों तक बादल व बारिश का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि रविवार को एक और पश्चिमी विक्षोभ गोपालगंज में पहुंचेगा, उसके बाद तीन दिनों तक आसमान में बादलों के छाये रहने के साथ बारिश, गरज- चमक के साथ पड़ने के आसार हैं.हीट स्ट्रोक से बचाव कैसे करें
-बिना वजह सीधे धूप में न निकले, अगर धूप में जाएं, तो सिर ढक कर चलें-ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनकर निकलें, सूती, हल्का और ढीला कपड़ा पहनें-खुद को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखें, पानी की मात्रा बढ़ा दें, ताकि डिहाइड्रेशन न हो-अगर एसी में हैं और रूम टेंपरेचर 20 डिग्री है और बाहर 40 डिग्री है, तो अचानक बाहर नहीं निकलें- आंखों के बचाव के लिए काला चश्मा पहनें. इससे राहत मिलेगी.-अगर घर पर बुजुर्ग या डायबिटीज के मरीज है, कोई बीमारी है, तो उन्हें हीट स्ट्रोक का खतरा है.
डिहाइड्रेशन से बचने के लिए बच्चों के लिए ये बातें जरूरी
-खूब पानी पीएं, बच्चों को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड दें. पानी, छाछ, नारियल पानी और जूस का सेवन करें.
-घर से बाहर जाते समय कैप पहनें-बाहर जाएं, तो साथ में पानी लेकर जाएं. हो सके तो ग्लूकोज पानी का इस्तेमाल करें-खाने में मौसमी फल और हरी सब्जी का इस्तेमाल करें
बुजुर्गों के लिए यह बहुत जरूरी
-गर्मी में सबसे ज्यादा दिक्कत डिहाइड्रेशन की होती है और बुजुर्गाें के लिए इसे मेंटेन कर पाना आसान नहीं होता.-अधिकतर बुजुर्ग लिवर, किडनी, हार्ट की किसी न किसी प्रकार की बीमारी से पीड़ित होते हैं, इसमें पानी ज्यादा पीना सही नहीं होता है. पानी ज्यादा पीने से उनकी बीमारी और बढ़ सकती है.
– बुजुर्गों को अगर बीमारी है तो कम पानी पिएं, लेकिन हाइड्रेशन बनाये रखने के लिए ओआरएस का घोल इस्तेमाल करें-कोशिश करें कि सुबह धूप निकलने से पहले ही वॉक पर चले जाएं. धूप निकलने से पहले अपना जरूरी काम निबटा लें
– अगर दिन में जाना है, तो अपने साथ ओआरएस का घोल लेकर जाएं. यही पीएं, बाहर का पानी न पीएं-खाली पेट बाहर न जाएं, इससे डिहाइड्रेशन की परेशानी जल्दी हो सकती है
-अगर बीपी, शुगर जैसी बीमारी है, तो लंबे समय तक उपवास न करेंबच्चों पर दें खास ध्यान
-डिहाइड्रेशन का खतरा ज्यादा होता है, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं-बच्चा स्कूल गया है और उसे लेने के लिए जाएं, तो छतरी लेकर जाएं, हो सके तो बच्चे को कैप पहना दें-बच्चे को बाहर का खाना बिल्कुल न दें
-धूप में बाहर बिल्कुल न खेलें, इंडोर एक्टिविटी कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान हाइड्रेशन का ख्याल रखें-घर पर हल्का सूती कपड़ा पहनें, घर में एसी या कूलर चल रहा हो, तो अचानक बाहर नहीं जाएं-एलर्जी से बचने के लिए रोज ठंडे पानी से स्नान कराएं, बच्चों का टॉवेल बड़े उपयोग नहीं करें
– बाहर से आने के तुरंत बाद चिल्ड वॉटर, कोल्ड ड्रिंक न पीने देंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है