गया. समाहरणालय के परिसर में मंगलवार को डीएम डॉ त्यागराजन ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के चापाकल मरम्मत दल को हरी झंडी दिखाकर प्रखंडों व क्षेत्रों में रवाना किया. इस अवसर पर डीएम ने बताया कि पीएचइडी द्वारा प्रखंडों के ग्रामीण इलाके में स्थापित किये गये सरकारी चापाकलों के रखरखाव व मरम्मत के लिए 48 चापाकल मरम्मत दल, जिसमें प्लंबर, टेक्नीशियन व अन्य कर्मी हैं, भेजे जा रहे हैं. सभी प्रखंडों में दो-दो चापाकल मरम्मत दल लगाये गये हैं. डीएम ने कहा कि अगर कहीं (ग्रामीण क्षेत्रों में) चापाकल खराब व बंद हैं, उसकी जानकारी टॉल फ्री नंबर -1800-123-1121 पर दी जा सकती है, ताकि गर्मी के दिनों में जितने भी चापाकल हैं वह सुचारू रूप से काम करें. इसके अलावा नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है, जहां आप सीधे कॉल करके खराब चापाकल की सूचना दे सकते हैं. गया डिविजन क्षेत्र के लिए 0631 2220611 व शेरघाटी डिविजन के लिए 06326355052 नंबर जारी किया गया है. डीएम ने कहा कि जिले के सार्वजनिक स्थलों पर सभी खराब पड़े चपकालों को ठीक करने की कार्रवाई मंगलवार से शुरू कर दी गयी है. डीएम ने स्पष्ट कहा कि किसी भी टोले, प्रखंड या ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़े. इसके लिए कार्यपालक अभियंता पीएचइडी हर संभव कदम उठायेंगे. पीएचइडी को निर्देश दिया गया है कि सही ढंग से चापाकल की मरम्मति हो तथा जहां पर मरम्मत हो वहां के आम लोगों को जानकारी जरूर रहे. कहीं भी शिकायत न मिले. सरकारी संस्थानों व विद्यालयों में खराब की जगह लगेंगे नये चापाकल डीएम ने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि सरकारी संस्थान व विद्यालयों में जितने भी चापाकल है, वे चालू रहें. जो चापाकल ठीक नहीं हो सकते, उसके स्थान पर नये चापाकल रखें. उन्होंने नल-जल योजना को क्रियाशील रखने को कहा. उन्होंने कहा कि पीएचइडी के सभी पदाधिकारी, अभियंता व कनीय अभियंता इस कार्य की देखरेख व अनुश्रवण करेंगे. उन्होंने बताया कि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करवाया जा रहा है. हेल्प लाइन नंबर पर जैसे ही से ही कॉल आयेगी, तो कनीय अभियंता व अन्य अभियंता, पदाधिकारी एवं टेक्नीशियन और कर्मी इसी चलंत मरम्मत दल के साथ जायेंगे और वहीं पर उसका समाधान करेंगे, इससे आम लोगों को बहुत फायदा होगा.
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