गया़ एइएस-जेइ को लेकर जिला व प्रखंड स्तर के स्वास्थ्य, आइसीडीएस, शिक्षा, जीविका, प्रखंडों के बीडीओ, मगध मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक व प्राचार्य सर्तक व अलर्ट मोड में रहें. आने वाला महीना जून-जुलाई में अधिक मामले आते हैं. चमकी बुखार की रोकथाम संबंधी आवश्यक तैयारियों की प्रतिदिन समीक्षा करें. पूर्व में चमकी बुखार से हुई मौतों के कारणों की समीक्षा कर उनमें रही कमी के अनुसार आवश्यक तैयारी रखें. जेइ टीकाकरण शत प्रतिशत करने के लिए आशा, एएनएम, सीडीपीओ के माध्यम से लाइनलिस्ट तैयार कराया जाये. उक्त बातें शनिवार को डॉ त्यागराजन एसएम ने समाहरणालय सभागार में एइएस-जेइ की रोकथाम की तैयारियों की ऑनलाइन समीक्षा बैठक में कही. उन्होंने कहा कि बीडीओ के स्तर से सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर प्रतिदिन जेइ की रोकथाम व टीकाकरण को लेकर समीक्षा बैठक की जाये. सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, ग्रामीण चिकित्सकों की लाइनलिस्टिंग करते हुए अद्यतन प्रतिवेदन सिविल सर्जन को भेजेंगे और उनका जेइ रोकथाम को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. बीडीओ, सीडीपीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समन्वय स्थापित कर जेइ वैक्सीनेशन को प्राथमिकता देते हुए शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करायें.
हर स्तर पर तैयारी पूरी, नहीं होगी कहीं दिक्कत
बैठक के दौरान जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमइ हक ने डीएम को चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर हुई आवश्यक तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सभी प्रखंडों में चिकित्सा पदाधिकारी, जीएनएम तथा फार्मासिस्ट को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है. साथ ही उन्हें चमकी बुखार की रोकथाम के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्यूर (एसओपी) के पालन करने के लिए कहा गया है. सभी सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एइएस-जेइ को लेकर स्पेशल वार्ड तैयार किये गये हैं. डीएम ने बैठक के दौरान कम वैक्सीनेशन वाले प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा. वहीं जेइ वैक्सीनेशन कम होने पर कार्रवाई करने के लिए कहा.बीडीओ की अध्यक्षता में होगी टास्क फोर्स की बैठक
डीएम ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया है कि खुद की अध्यक्षता में टास्क फोर्स की बैठक करें. अभियान चला कर सर्वे कराएं और आंगनबाड़ी सेविका, सुपरवाइजर के माध्यम से जइ टीकाकरण से छूटे बच्चों का लाइन लिस्ट तैयार करा कर शतप्रतिशत टीकाकरण कराना सुनिश्चित करेंगे. डीएम ने कहा कि हर पंचायत में वाहन को चिह्नित करें जिसका इस्तेमाल एंबुलेंस के रूप में किया जा सके. इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत वाहन को प्राथमिकता दें. यदि ऐसे वाहन नहीं हों तो दूसरा वाहन को ले सकते हैं. डीएम ने अधीक्षक मगध मेडिकल को निर्देश दिया है कि चमकी बुखार को लेकर सभी आवश्यक तैयारी दुरुस्त रखें. स्पेशल वार्ड को चिह्नित रखें व वाहन सभी प्रकार की दवाएं एवं उपचार सामग्री दुरुस्त रखें. संभावित हीट वेव को लेकर डीएम ने बताया कि मौसम विज्ञान के पूर्वानुमान के तहत पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दो से तीन डिग्री तापमान में इजाफा होने की संभावना है. इसी उद्देश्य से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कूलर, एयर कंडीशन, दवा, ओआरएस, आइस पैक, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित रख लें.बैठक में ये रहे मौजूद
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ राजाराम प्रसाद, डीपीएम नीलेश कुमार, डीवीबीडीओ डॉ एमइ हक, मगध मेडिकल के प्राचार्य डॉ राजेंद्र प्रसाद, अधीक्षक डॉ केके सिन्हा, डीआइओ, सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम, डीपीओ आईसीडीएस, जीविका योजना प्रबंधक आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

