गया: नोटबंदी की घोषणा के एक महीने बाद अब गया शहर में स्थिति लगभग सामान्य दिख रही है. शहर की एटीएम में पहले जैसी कतारें भी नजर नहीं आ रही हैं. पैसों की कमी को लेकर भी किसी तरह की कोई अफरा-तफरी नहीं है. गुरुवार की दोपहर बाद तीन बजे शहर के प्रमुख स्थलों पर लगी कई एटीएम की पड़ताल करने पर पता चला कि अधिकतर ठीक हैं और काम कर रही हैं. लोगों की लंबी कतारें भी नहीं दिखीं. शहर की प्रमुख सड़क जीबी रोड में स्टेट बैंक की तीन एटीएम हैं. यहां इक्के-दुक्के ही लोग दिखे. एचडीएफसी, एक्सिस बैंक व टाटा इंडीकैश की एटीएम भी काम कर रही हैं और ग्राहकों के इंतजार में खाली दिखीं. आॅन ड्यूटी एक गार्ड ने बताया कि विगत तीन-चार दिनों में भीड़ और भी कम हो गयी है. अब वह भीड़ है ही नहीं, जो करीब 15 दिन पहले थी.
एटीएम में भीड़ की कमी के प्रमुख कारणों में एक यह है कि अब बाजार में कैश फ्लो की स्थिति लगभग ठीक हो आयी है. एटीएम के सामने कम भीड़ की दूसरी बड़ी वजह यह भी है कि फिलहाल लगभग सभी एटीएम में 2000 रुपये के ही नोट डाले जा रहे हैं. क्योंकि, एटीएम में डालने योग्य 100 रुपये के नोट काफी कम हैं. बैंक अधिकारियों का कहना है कि नोटबंदी के बाद मार्केट में कैश फ्लो को सामान्य बनाये रखने के लिए रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने 100 रुपये के उन नोटों को भी सर्कुलेशन में डाल दिया है, जिन्हें पहले रिजेक्ट कर दिया गया था. काफी लचर हालत को प्राप्त इन पुराने नोटों को एटीएम में डालने से मशीन काम नहीं कर पाती. इतना ही नहीं, अभी गया की एटीएम में डालने के लिए 500 रुपये के नोट पर्याप्त उपलब्ध नहीं हैं, जिस वजह से केवल 2000 के नोट ही मशीनें उगल रही हैं.
