गया : हाल के दिनों में शहर में छिनतई व लूट की घटनाएं बढ़ गयी हैं. रिमांड होम जांच के दौरान अपराधियों की नयी चाल का खुलासा जहानाबाद के एक मामले में बंद बच्चे ने एसएसपी के समक्ष किया. एसएसपी राजीव मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि पिछले दिनों रिमांड होम में जांच के दौरान कटिहार के कोढ़ा के रहनेवाले एक लड़के से पूछताछ की गयी.
वह जहानाबाद के एक मामले में रिमांड होम में बंद है. उसने खुलासा किया है कि बैंक व अन्य जगहों पर लोगों के साथ लूट व छिनतई की घटना को अंजाम देने के लिए रेकी के लिए बच्चों को लगाया जाता है. एसएसपी ने बताया कि बच्चों के ऊपर इन जगहों पर कोई शक नहीं करता है.
जब कोई मोटा रकम निकाल कर बाहर निकलता है, तो रेकी में लगे बच्चे बाहर निकल कर सड़क पर खड़े अपराधी को इशारा कर देते हैं. इसके बाद आसानी से कोढ़ा गिरोह के सदस्य घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस को इस मामले में भी सतर्कता बरतने को कहा गया है. खास कर शहर के सभी थानाध्यक्ष को ध्यान देने को कहा गया है.
सीवान का है संदिग्ध लुटेरा
24 जुलाई को एसएसपी व डीएम आवास के लगभग 200 मीटर की दूरी पर व्यवसायी गिरधारी फोर्ड, सोलूशन होंडा व दो पेट्रोल पंपों के मालिक अनुराग पोद्दार के घर पर गार्ड को बंधक बना कर डकैतों ने नकदी व जेवर मिला कर लगभग 57 लाख रुपये लूट लिये थे. इस मामले में गया पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर स्केच जारी किया था.
इनकी पहचान के बारे में एसएसपी ने बताया कि हाल ही में हाजीपुर में गिरफ्तार डकैतों के गिरोह ने स्केच वाले अपराधी की पहचान सीवान के रहनेवाले एक व्यक्ति के रूप में की है. पहचान के बाद पुलिस गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. उन्होंने बताया कि हाजीपुर की पुलिस डकैत गिरोह के सदस्यों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.
हाजीपुर में गया पुलिस की एक टीम पूछताछ के दौरान मौजूद है. उन्होंने कहा कि हाजीपुर में गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों ने कबूल की है कि फतेहपुर के एक व्यक्ति ने जमीन के विवाद में हत्या के लिए साढ़े छह लाख रुपये में सुपारी दी थी. हत्या के लिए गिरोह के सदस्यों ने रेकी भी की थी. लेकिन, हत्या से पहले ही हाजीपुर में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.