Darbhanga News: दरभंगा. सीएम कॉलेज के इतिहास विभाग की ओर से डॉ अखिलेश कुमार ””””विभु”””” की अध्यक्षता में भारतीय ज्ञान परंपरा में नारी शक्ति की भूमिका विषय पर संगोष्ठी हुई. मुख्य अतिथि सह लनामिवि के एनएसएस समन्वयक डॉ आरएन चौरसिया ने कहा कि नारी मानव समाज के आधारशिला है, जिसके बिना न तो परिवार-समाज की कल्पना संभव है, न ही सभ्यता- संस्कृति की. भारतीय ज्ञान परंपरा में नारी शक्ति की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. उसे सृजन, शक्ति, संस्कार, करुणा, परंपरा तथा आध्यात्मिकता की वाहक के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त है. वह माता, बहन, पत्नी और बेटी के रूप में संबंधों का सेतु है. परिवार को जोड़ने वाली शक्ति है. आज नारी हर क्षेत्र में समान रूप से योगदान दे रही है.
नारी प्रकृति का अद्वितीय रूप
डॉ अखिलेश कुमार ””””विभू”””” ने कहा कि नारी प्रकृति का अद्वितीय रूप है. आज आत्मनिर्भर एवं शिक्षित नारी समाज की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. डॉ मुकेश कुमार रजक एवं डॉ अतुल जायसवाल ने कहा कि आज की नारी ज्ञान-विज्ञान, शिक्षण-प्रशिक्षण, साहित्य-प्रशासन, सैनिक एवं अंतरिक्ष आदि सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही है. शारिक नेयाज, वर्षा रानी, प्रतीक कुमार, सौम्या गुप्ता, नरसिंह कुमार साहनी, फिजा फिरोज, बबलेश कुमार, हसफा खातून, अंकित कुमार, रौनक आरा और अंजलि कुमारी आदि ने भी विचार रखा.विश्वविद्यालय टॉपर तुलसी कुमारी को किया गया सम्मानित
इस दौरान विश्वविद्यालय टॉपर तुलसी कुमारी का इतिहास विभाग द्वारा मोमेंटो, पाग एवं चादर से सम्मानित किया गया. स्वागत डॉ मुकेश कुमार, संचालन आर्यन कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अतुल कुमार ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

