Darbhanga News: दरभंगा. विश्व विरासत सप्ताह के अवसर पर गुरुवार को बिहार विरासत विकास समिति और चन्द्रधारी संग्रहालय, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में ‘मिथिला क्षेत्र की पुरातात्त्विक विरासत’ विषय पर संगोष्ठी हुई. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. प्रभाष चन्द्र मिश्र ने की. डॉ अमिताभ कुमार और डॉ अखिलेश कुमार ‘विभु’ मुख्य वक्ता थे. संग्रहालयाध्यक्ष डॉ शंकर सुमन ने मिथिला के समृद्ध पुरातात्त्विक धरोहरों पर प्रकाश डालते हुए उसके संरक्षण की आवश्यकता बताई. अतिथि वक्ताओं ने पुरातत्त्व को इतिहास की रचना का प्रमुख आधार बताया. मिथिला के महत्वपूर्ण पुरास्थलों के वैज्ञानिक अन्वेषण पर जोर दिया. प्रो. मिश्र ने कहा कि मिथिला क्षेत्र में हजारों पुरास्थल मौजूद हैं, जिनके व्यवस्थित अनुसंधान और उत्खनन की आवश्यकता है.
सम्मानित किये गये मुरारी कुमार
कार्यक्रम में मिथिला की विरासत के संरक्षण में सक्रिय योगदान के लिए शोधार्थी मुरारी कुमार झा को सम्मानित किया गया. उन्होंने पिछले दस वर्षों में साइकिल यात्रा के दौरान छह से अधिक पुरास्थलों का भ्रमण किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

