Darbhanga News: कुमार रोशन, दरभंगा. जिले की पुलिस, प्राथमिकी दर्ज करने से आनाकानी करने लगी है. पीड़ित जब फरियाद लेकर थाना पहुंचते हैं, तो कहा जाता है कि मामले की जांच होगी, दूसरे दिन आइये. पीड़ित दूसरे दिन थाना पहुंचता है, तो कई तरह का बहाना बनाकर उसे टरकाया जाता है. थाने की दौड़ लगाकर लोग परेशान रहते हैं. दूसरे दिन आने, अनावश्यक दिनभर थाने पर बैठाये रखने आदि की शिकायत आम है. ऐसे ही एक मामले में 15 दिन बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं होने पर पीड़ित न्यायालय पहुंच गया. मामले को संजीदगी से लेते हुए पीड़ित के साथ न्यायाधिकारी लहेरियासराय थाना पहुंच गये. इसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गयी. थानाध्यक्ष को न्यायाधिकारी ने आगे से इस तरह की लापरवाही नहीं करने की चेतावनी दी. अब लोग सवाल उठाने लगे हैं कि प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए उन्हें न्यायालय ही जाना होगा? पीड़ितों का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज कराने में काफी परेशानी होती है. थाना जाने पर पहले तो टहलाने का प्रयास किया जाता है. डटे रहने पर कल आने, आने पर शाम तक इंतजार कराने आदि की स्थिति सहनी पड़ती है. प्राथमिकी दर्ज हो भी गयी तो लगता है, ऐसा कर उन पर अहसान किया गया है. एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी का सख्त निर्देश है कि पुलिस आवेदकों से बेहतर व्यवहार करे. शिकायत पर तत्काल विधिसम्मत कार्रवाई करे. हालांकि उनके सख्त निर्देशों का पुलिस अधिकारियों पर खास असर नहीं दिख रहा.
आवेदन देने के 15 दिन बाद भी दर्ज नहीं हुआ मामला
गले से सोने का चेन निकाल लेने को लेकर लहेरियासराय थाना में एक पीड़ित ने आवेदन दिया. लगातार चक्कर लगाने के बावजूद मामला दर्ज नहीं हुआ. 15 दिन बाद पीड़ित ने व्यवहार न्यायालय पहुंचकर गुहार लगायी. मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव सह सिविल जज लहेरियासराय थाना पहुंची, तब मामला दर्ज किया गया.
विश्वविद्यालय थाना ने दर्ज नहीं किया पांच महिलाओं से चेन चोरी का मामला
श्यामा मंदिर में नवाह के दौरान पिछले रविवार की दोपहर पांच महिलाओं के गले से चोरनी ने सोने की चेन चुरा ली. सीसीटीवी में घटना को सही पाते हुए महिलाओं को प्रबंधन कमेटी ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए विश्वविद्यालय थाना भेजी. कमेटी के एक सदस्य ने बताया कि एक की भी प्राथमिक दर्ज नहीं की गयी. अदालत के चक्कर का भय दिखा सभी को टहला दिया गया. नवाह के दौरान ही परिसर के बाहर से दो बाइक चोरी हो गयी. पीड़ित का कहना है कि आवेदन देने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी.
साइबर थाना में सुबह से शाम तक बैठा रहा पीड़ित
कुछ दिन पूर्व एक व्यक्ति के खाता से लगभग 3.75 लाख रुपये उड़ा लिए गये. पीड़ित प्राथमिकी दर्ज कराने साइबर थाना गया. उसे दूसरे दिन आने को कहा गया. दूसरे दिन शाम तक बैठाने के बाद रीसिविंग दिया गया.
कहते हैं एसएसपी
लहेरियासराय थाना वाले मामले में जांच की जा रही है. थानों में प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाती है, तो कार्रवाई हाेगी. प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाती है, तो आवेदक उनसे मिलकर जानकारी दें. प्रतिदिन अपने कार्यालय में आमजन से मिलता हूं. सभी थानाध्यक्ष को आवेदक के साथ बेहतर व्यवहार करने का निर्देश दिया गया है.
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