Darbhanga News: सदर. शीशो पश्चिमी रसूलपुर टोला के संत और हनुमान मंदिर के महंत बाबा अशर्फी दास का 110 वर्ष की आयु में मंगलवार को निधन हो गया. यह खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. अपनी सादगी, शांत स्वभाव और व्यवहार के लिए बाबा अशर्फी दास दूर-दूर तक चर्चित थे. लोगों के दुख-दर्द में हमेशा साथ खड़े रहने वाले बाबा को गांव में एक आध्यात्मिक स्तंभ माना जाता था. बाबा अशर्फी दास ने जीवनभर सेवा ही धर्म को अपना मूल मंत्र मानकर लोगों को सद्भाव नैतिकता और मानवता का संदेश दिया. वे मंदिर के पुजारी और महंत दोनों रूपों में लंबे समय तक सेवा देते रहे. अपनी अंतिम इच्छा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार हनुमान मंदिर के सामने ही दफनाकर किया गया. संस्कार के समय बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे. सभी की आंखें नम थी. पूर्व मुखिया शमसे आलम खां पंचायत के जनप्रतिनिधियों और समाज के वरिष्ठजनों ने बाबा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया. श्रद्धांजलि देने वालों में पंचायत के मुखिया अजय कुमार ठाकुर, सरपंच अरमान खान, प्रखंड प्रमुख उदय सहनी आदि शामिल थे.
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